जानिए आपकी वृष राशि के लिए इस साल कि 10 बड़ी भविष्यवाणी

विज्ञापन

अब जानते है साल कि 10 बड़ी भविष्यवाणी के बारे में –
1 – साल की शुरुआत में ही देव गुरु बृहस्पति आपके द्वादश भाव में मार्गी हो जाएंगे। देव गुरु आपके अष्टम और लाभ स्थान के स्वामी होकर विदेश भाव में मार्गी हो जाएंगे। इससे ना सिर्फ आपकी सेहत में सुधार होगा बल्कि आपके बढ़ते खर्चों पर भी लगाम लगने वाली है। इसके अलावा आपके जीवन में जो रूकावट आ रही थी वो भी अब दूर होना शुरू हो जानी है। इसके अलावा विदेश में काम कर रहे जातकों को भी लाभ होने की पूरी सम्भावना दिखाई दे रही है।

Google Ad

 

2 – आपकी कुंडली में इस समय देव गुरु बृहस्पति विपरीत राजयोग बना रहे है। अष्टम भाव के स्वामी होकर मई के महीने तक उनका गोचर आपके द्वादश भाव में होगा ,इस प्रभाव से आपको विपरीत राजयोग के परिणाम प्राप्त होंगे। अगर आपको कोई क़ानूनी समस्या आ रही थी तो अब उसका समाधान नए साल में आपको मिलने वाला है। नए साल में आपको गुरु के प्रभाव से आकस्मिक धन की प्राप्ति हो सकती है। गूढ़ विधाओं में आपकी रूचि बढ़ सकती है।

 

3 – साल 2024 के शुरू के 4 महीने की बात करे तो आपके द्वादश भाव में विराजमान गुरु पर शनि देव की तीसरी दृष्टि आ रही है। ज्योतिष के नियम के अनुसार यह आपके लिए बेहद शुभ योग कहा जा सकता है। द्वादश भाव एक नई शुरुआत का भाव है। ऐसे में गुरु और शनि दोनों का इस भाव पर प्रभाव जीवन को एक नई दिशा देने का काम कर सकता है। एकांत में स्वयं को ले जाकर जब आप लक्ष्यों का अवलोकन करेंगे तो उन्हें प्राप्त करने का रास्ता भी दिखाई दे जाएगा।

 

4 – इस साल राहु महाराज पुरे वर्ष आपके एकादश भाव में विराजमान रहने वाले है। राहु देव को आज के समय में सबसे प्रबल भौतिकता का कारक माना जाता है, ऐसे में ऐसा माना जा सकता है कि पुरे वर्ष भर आपको न सिर्फ अच्छा लाभ प्राप्त होगा बल्कि धन की आवक भी अच्छी होगी। इस साल आपके भाई और आपके मित्र भी आपके सहायक सिद्ध होंगे। राहु की कृपा से राजनीति में सक्रिय रूप में काम कर रहे जातकों को उच्च पद की प्राप्ति संभव दिखाई दे रही है।

 

5 – देव गुरु बृहस्पति और उच्च के सूर्य की युति 12 वर्षों में एक ही बार होती है। ऐसे में 14 अप्रैल को जब द्वादश भाव में सूर्य गुरु की युति होगी तो एक राजयोग का निर्माण होगा। ऐसे में इस समय इस युति के आपको शानदार परिणाम प्राप्त होंगे। ऐसे में आपको भाग्य की कृपा से बड़ी सम्पत्ति प्राप्त हो सकती है। कोई बड़ा पद प्राप्त हो सकता है। विदेश में व्यापार की सम्भावना पनप सकती है। इसके अलावा आपको अपने अच्छा पारिवारिक सुख भी मिलने की उम्मीद है।

 

6 – मई 2024 में देव गुरु बृहस्पति का गोचर आपके लग्न भाव से ही होगा। आपके लग्न में ही गुरु का गोचर शुभता देने वाला कहा जा सकता है। इस गोचर के कारण आपके जो सोचे हुए काम है वो पुरे हो जाने है। देव गुरु की कृपा से आपको भाग्य का साथ मिलेगा। देव गुरु 12 साल बाद आपके लग्न में आकर समाज में मान सम्मान और लाभ देने वाले है। आपकी काफी समय से जो परेशानियां चली आ रही थी वो भी खत्म हो जायेगी और हर तरफ से अच्छी खबर मिलेगी।

 

7 – देव गुरु मई के महीने के बाद आपके लग्न पर गोचर कर पंचम पर दृष्टि डालेंगे और उस भाव में पहले से केतु विराजमान है। ऐसे में आपको आपकी संतान की ओर से गर्व करने का मौका मिल सकता है। यह समय सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों के लिए भी बेहद शुभ रहने वाला है। छात्र वर्ग को अपनी पढाई में अच्छी सफलता मिलने के योग है वही प्रेम से जुड़े मामलों में भी देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि आपके लिए लाभकारी रहने वाली है और अच्छे परिणाम मिलेंगे।

 

8 – रहस्य और आध्यात्म के कारक ग्रह केतु इस पुरे 2024 में आपके पंचम भाव में गोचर करने जा रहे है। ऐसे में आपको शेयर मार्किट और लॉटरी से अच्छा धन मिलने की सम्भावना है। केतु ज्ञान और शोध के भी कारक है ऐसे में जो उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे है उनके लिए केतु काफी अच्छी सफलता लेकर के आने वाला है, वही तकनीक से जुड़े जातक नए नए अविष्कार करने में भी समर्थ होंगे। वही जो जातक मन्त्र साधना करने में लगे हुए है उन्हें सिद्धि प्राप्त हो सकती है।

 

9 – वृष राशि के जातकों के लिए शनि एक योगकारक ग्रह है और उनका गोचर आपके कर्म भाव में ही हो रहा है। 30 जून तक शनि देव दशम भाव में मार्गी ही रहने वाले है। ऐसे में वृष राशि के जातको के लिए शश: नाम का राजयोग बन रहा है जो की पंच महापुरुष योग के नाम से जाना जाता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति को कार्य स्थल पर ना सिर्फ अच्छी सफलता प्राप्त होती है बल्कि उसके उच्च पद प्राप्ति के योग भी बनते है। किसी नई कंपनी का निर्माण भी किया जा सकता है।

 

10 – साल 2024 वृष राशि के जातकों के प्रेम और विवाह के लिहाज से भी अच्छा रहने वाला है। मई के महीने के बाद, देव गुरु बृहस्पति की सप्तम दृष्टि आपके विवाह स्थान पर होगी और पंचम दृष्टि प्रेम के स्थान पर होगी। ऐसे में जिनका विवाह नहीं हुआ है उन जातकों के विवाह का योग दिखाई दे रहा है वहीं आपके प्रेम संबंध में प्रगाढ़ता आने वाली है। जो विवाहित जातक है उन्हें अपनी पत्नी का पूर्ण सहयोग और समर्थन प्राप्त होगा और पत्नी से अच्छा सुख प्राप्त होने की उम्मीद है।