गैंगरेप कर गला दबाया, मरी समझ फेंक गए:SMS अस्पताल में मौत से लड़ रही पीड़िता

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श्री डूंगरगढ़ न्यूज़:- नागौर में भी अलवर जैसा पुलिस की लापरवाही का मामला उजागर हुआ है। आरोपियों ने शादीशुदा महिला के साथ गैंगरेप किया और उसके बाद गला दबा उसे मरा हुआ समझकर खाई में फेंक गए। पीड़िता 6 दिन खाई में बेसुध पड़ी रही।

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34 साल की महिला के किडनैप होने का मामला परिजनों ने नागौर के डीडवाना थाने में दर्ज कराया। नामजद रिपोर्ट भी दी। लेकिन ने पुलिस इसे गुमशुदगी माना और आरोपियों को छोड़ भी दिया। शादीशुदा महिला जयपुर के एसएमएस अस्पताल में मौत से लड़ रही है। इधर मामले के तूल पकड़ने के बाद लापरवाह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है।

नागौर गैंग रेप

आरोपी गिरफ्तार, नाबालिग डिटेन

नागौर एसपी राममूर्ति जोशी के मुताबिक महिला से गैंगरेप के आरोपी सुरेश मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के साथी नाबालिग को डिटेन किया है। महिला सुरेश को पहले से जानती थी। 4 फरवरी को फोन से बुलाने पर वह गांव के बाहर आई थी। सुरेश व नाबालिग उसे बाइक पर बैठाकर ले गए और सुनसान जगह दोनों ने गैंगरेप किया। इसके बाद दोनों ने मिलकर पीड़िता से मारपीट की और गला दबा दिया। वह अचेत हुई तो उसे मरा समझकर उसके गहने लूटे और तालाब की खाई में फेंककर फरार हो गए।

 

छह दिन तक खाई में पड़ी तड़पती रही

पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर गुरुवार को महिला का पता लगाया तो वह तालाब की खाई में पड़ी मिली। उसके शरीर पर नाखून की खरोंचों के निशान थे। प्राइवेट पार्ट भी जख्मी था। पुलिस ने पीड़िता को डीडवाना स्थित बांगड़ हॉस्पिटल अस्पताल पहुंचाया। यहां से जयपुर रेफर कर दिया। फिलहाल एसएमएस हॉस्पिटल में पीड़िता का इलाज चल रहा है। पुलिस ने आरोपियों से गहने बरामद कर लिए हैं। वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक भी जब्त कर ली है।

 

महिला की हालत नाजुक, इलाज जारी

नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया किमहिला का जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। होश में आने के बाद ही महिला के बयान होंगे। सुरक्षा को देखते हुए नावां एसएचओ धर्मेश दायमा को उनकी पुलिस टीम के साथ एसएमएस हॉस्पिटल में ही कैम्प करने के आदेश दिए हैं। पुलिस की शुरुआती लापरवाही के बाद अब इस केस को ऑफिसर स्कीम में सलेक्ट कर जल्द से जल्द चार्जशीट पेश करने के प्रयास किये जा रहे हैं।

 

लापरवाही बरतने पर सीआई और हेड कॉन्स्टेबल सस्पेंड

पीड़िता के परिजनों ने महिला के गायब होने के दो दिन बाद 6 फरवरी को गुमशुदगी दर्ज कराई। दो आरोपियों पर शक भी जताया। आरोप है कि पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बल्कि जिन दो संदिग्धों को पकड़ा, उन्हें छोड़ दिया। नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने गुरुवार देर शाम डीडवाना सीआई नरेंद्र जाखड़ व हेड कॉन्स्टेबल प्रहलाद सिंह को सस्पेंड कर दिया था। दोनों पर मामले में लापरवाही बरतने व अधिकारियों से जानकारी छिपाने का आरोप है।