Last Updated on 18, June 2021 by Sri Dungargarh News
श्री डूंगरगढ़ न्यूज || मयूरासन :-मयूर का अर्थ होता है मोर। इसको करने से शरीर की आकृति मोर की तरह दिखाई देती है, इसलिए इसका नाम मयूरासन है।
विधि
इस समय ध्यान रखें कि हाथों के पंजे पैरों की ओर रहें। इसके बाद हाथों पर भार देते हुए अपने पैरों को हवा में लहराएं। साथ ही शरीर का अगर भाग भी हवा में उठाने की कोशिश करें। इस दौरान कोशिश रहे कि आपका शरीर हवा में और शरीर का भार दोनों हाथों पर रहें।
सावधानी
जिन लोगों को ब्लडप्रेशर, टीबी, हृदय रोग, अल्सर और हर्निया रोग की शिकायत हो, वे यह आसन योग चिकित्सक की सलाह के बाद ही करें।
लाभ
तिल्ली, यकृत, गुर्दे, अग्न्याशय एवं आमाशय सभी लाभान्वित होते हैं। मुख पर कान्ति आती है। मधुमेह के रोगियों के लिये लाभकारी है। कब्ज को दूर करता है। जठराग्नि को प्रदीप्त करता है।
योग गुरु ओम कालवा राजस्थान
सरंक्षक
राजस्थान योग शिक्षक संघर्ष समिति
Mob.9799436775