जोधपुर :- जोधपुर में जालोरी गेट पर झंडा लगाने को लेकर देर रात हुआ विवाद सुबह फिर भड़क उठा। मंगलवार सुबह दोबारा से भीड़ जुट गई। पत्थरबाजी और आगजनी शुरू हो गई। पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया है, आंसू गैस के गोले छोड़ लोगों को खदेड़ा
तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए जोधपुर के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, जिले में आज रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद किया गया है। इधर जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने जन्मदिन के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।
हालात का फीडबैक लेने के लिए उन्होंने एक हाईलेवल मीटिंग भी बुलाई है। मुख्यमंत्री ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। इससे पहले आज सुबह जोधपुर के शनिचर थाना इलाके में उपद्रवियों ने 20 से ज्यादा गाड़ियों के कांच तोड़ दिए और कई एटीएम में भी तोड़फोड़ की है।
सूरसागर विधायक के घर के बाहर भी हंगामा हुआ है। जयपुर से एडीजी क्राइम समेत अन्य अधिकारियों को जोधपुर भेजा गया है। उधर, आज पत्थरबाजी में एक और पुलिसकर्मी घायल हो गया है। कल रात से तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो चुके हैं।
दरअसल, जालोरी गेट चौराहे पर सोमवार देर रात करीब 11.30 बजे कुछ लोग झंडे लगा रहे थे। इस दौरान वीडियो बनाते एक शख्स को कुछ युवकों ने पीट दिया। कुछ लोग बीच-बचाव करने आए तो उन्हें भी पीटा। इसके बाद दूसरे गुट ने सामने वाले गुट पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पत्थरबाजी में डीसीपी ईस्ट और उदयमंदिर एसएचओ घायल हो गए थे।
विधायक के घर के बाहर हंगामा
मंगलवार सुबह उपद्रवियों ने जालोरी गेट के नजदीक स्थित सूरसागर से भाजपा विधायक सूर्यकांता व्यास के घर के बाहर भी हंगामा किया। यहां दंगाइयों ने एक बाइक भी फूंक दी। विधायक के घर के बाहर माहौल बिगड़ता देख डीसीपी वेस्ट भुवन भूषण यादव यहां पहुंचे और उपद्रवियों को यहां से खदेड़ा। पूरे क्षेत्र को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है।
10 थाना क्षेत्रों में लगाया कर्फ्यू
तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने जोधपुर के उदयमंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खांडाफलसा, प्रताप नगर, प्रताप नगर सदर, देव नगर, सुरसागर और सरदारपुरा थाना क्षेत्र में बुधवार रात 12 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है।
सीएम के लिए शर्म की बात है-सूर्यकांता व्यास
सूरसागर विधायक ने जोधपुर में हुए बवाल के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि जोधपुर को जोधपुर रहने दो। इसे श्मशान नहीं बनाना है। इस तरह की घटना होना सीएम के लिए शर्म की बात है। रातभर से हालात खराब है। मैं पुलिस के काम से संतुष्ट नहीं हूं। पुलिस दबाव में काम कर रही है। पुलिस निष्पक्ष काम करें। मैंने गलती की है तो मुझे भी सजा दो। कांग्रेस का एक भी जनप्रतिनिध यहां नहीं आया है। यह प्लानिंग के साथ काम किया है।
एक बार शांति हुई, फिर पलटकर लौटी भीड़ का उपद्रव
रात को दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक पत्थरबाजी और हंगामा चलता रहा। इसमें एक मीडियाकर्मी सहित कुछ लोग भी घायल हुए। जालोरी गेट चौकी पर भी पथराव। पुलिस ने 12:30-1 बजे एकबारगी तो खदेड़कर और समझाकर मामला शांत करवाया। पुलिस ने पूरे चौराहे की बैरिकेडिंग की।
इस दौरान एक पक्ष जालोरी गेट के पास एकत्र था तो दूसरा पक्ष ऑक्सफोर्ड स्कूल के पास अपने क्षेत्र में चला गया। थोड़ी देर बाद दो नेता जालोरी गेट आए और पुलिस से बात की, फिर चले गए। इसके कुछ ही देर बाद 1:15-1:30 बजे ऑक्सफोर्ड स्कूल की रोड से हुजूम आया और तेजी से पथराव कर दिया। इसे देखकर जालोरी गेट की ओर से दूसरे पक्ष ने भी जवाबी पत्थर फेंके। पुलिस ने स्थिति बिगड़ती देखकर ऑक्सफोर्ड स्कूल की ओर आंसू गैस के गोले छोड़े।
डीसीपी-एसएचओ सहित कई चोटिल
इस पत्थरबाजी में 2 पुलिसकर्मी सहित उदयमंदिर एसएचओ अमित सिहाग व डीसीपी ईस्ट भुवनभूषण यादव को भी चोट लगी। पुलिस ने खदेड़कर लोगों को घरों में भेजा। इसके बाद भारी संख्या में पुलिस जाब्ता ईदगाह रोड पर और जालोरी गेट चौराहे पर तैनात किया गया। जालोरी गेट की ओर आने वाले कई रास्तों को बैरिकेडिंग लगाकर बंद किया गया। देर रात सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास और निगम दक्षिण मेयर वनिता सेठ भी मौके पर पहुंचे और रात ढाई बजे तक पुलिस चौकी के बाहर बैठे थे।
घटना के बाद सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, जालोरी गेट, जोधपुर पर दो गुटों में झड़प से तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन को हर कीमत पर शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जोधपुर, मारवाड़ की प्रेम एवं भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए मैं सभी पक्षों से मार्मिक अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।