श्री डूंगरगढ़ न्यूज || लॉकडाउन में शराब की दुकानें सुबह छह से दस बजे तक खुल सकती हैं, लेकिन इसके बाद भी शराबियों को सुविधा उपलब्ध कराने वालों की कमी नहीं है। बीकानेर के लगभग सभी तहसील मुख्यालयों पर तय समय के बाद किराने की दुकानों पर इन दिनों शराब बिक रही है।
एक तरफ आम आदमी का पेट भरने का सामान बेचा जा रहा है तो वहीं से चोरी छिपे शराब की बाेतलें भी दी जा रही है। खास बात ये है कि आबकारी विभाग के आला अधिकारियों को शिकायत के बाद भी इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
ताजा मामला लूणकरनसर का है, जहां एक किराने की दुकान पर शराब बिक रही थी। पुलिस ने यहां से भारी मात्रा में शराब बरामद की है। SDM भागीरथ शाख ने प्राइवेट बस स्टैंड के पास दुकानों का निरीक्षण कर रहे थे, इसी दौरान एक दुकान में काम करने वाला मजदूर भाग खड़ा हुआ। उसे पकड़कर पूछताछ की गई तो बताया गया कि वो शराब बेच रहा है। किराने की दुकान में शराब की सूचना इस दल के लिए भी चौंकाने वाली थी। मौके पर लूणकरनसर थानाधिकारी सुमन प्रजापत को भी बुलाया गया। तलाशी लेने पर भारी मात्रा शराब मिली। यहां से दो पेटी देशी शराब के कार्टून और डी फ्रीज में रखी बड़ी मात्रा में बीयर बरामद हुई है। लूणकरणसर पुलिस ने शराब व बीयर अपने कब्जे में ले ली है। मौके से पांच पेटी बीयर मिली है।
आबकारी पुलिस को जानकारी नहीं
लूणकरनसर में आबकारी पुलिस तैनात है, इसके बाद भी सरकारी गाइड लाइन का उल्लंघन खुले आम हो रहा है। लम्बे समय से अनाज मंडी के पास निजी बस स्टैंड पर दुकान में अवैध रूप से शराब का कारोबार चल रहा है, लेकिन आबकारी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस कार्रवाई में भी SDM ने आबकारी पुलिस के बजाय लूणकरनसर पुलिस से कार्रवाई करवाई।
गांवों में बिक रही अवैध शराब
वहीं दूसरी ओर लदाना, गोहंदी, पाड़िया, मोहब्बतपुरा, मंडोर आदि गांवों में अवैध रूप से शराब बेचने की शिकायत भी प्रशासन के पास पहुंच रही है। इनके अलावा भी कई गांवों में अवैध और घटिया शराब बेचने के मामलो की पहले हुई जांच में आबकारी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर पाई। अब आबकारी पुलिस की भूमिका पर ही सवाल खड़े किए जा रहे हैं।