वायरल की गिरफ्त में बच्चे; पीबीएम में 3 दिन में 922 बीमार पहूँचे, निजी हॉस्पिटल में भी भीड़

पीबीएम बच्चा अस्पताल की ओपीडी में दोपहर तक ऐसे कतार लगी रही
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श्री डूंगरगढ़ न्यूज || मौसम में बदलाव के चलते कई मौसमी बीमारियों ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। सबसे अधिक वायरल बुखार की चपेट में बच्चे आ रहे हैं। थर्ड वेव की आशंका के बीच पीबीएम से संबद्ध बच्चा अस्पताल में उमड़ने वाली छोटे बच्चों की भीड़ देख अस्पताल प्रशासन ने भी डॉक्टरों को अलर्ट कर दिया है।

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बच्चा अस्पताल के ओपीडी में मौसमी बीमारियों से पीड़ित छोटे बच्चों की संख्या भी दिनों-दिन बढ़नी शुरू हो गई है। डॉक्टरों के अनुसार कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की संभावनाओं के बीच अस्पताल में बच्चों की संख्या बढ़ने को प्रशासन गंभीरता से ले रहा है। पीड़ित बच्चों के अभिभावकों को भी हिदायत दी जा रही है कि वे बिना मास्क बच्चों को किसी भी सूरत में घर से बाहर नहीं जाने दें।

बच्चा अस्पताल की ओपीडी में घटते बढ़ते आंकड़े : 12 सितम्बर को ओपीडी में आने वाले वायरल पीड़ित बच्चों की संख्या 202 थी। लेकिन 13 सितम्बर को इनकी संख्या 392 हो गई। वहीं 11 सितम्बर को 328, 10 को 275 तथा 9 सितम्बर को ओपीडी में 307 बच्चों ने डॉक्टरों से उपचार लिया था। निजी अस्पतालों में भी बच्चे पहुंच रहे।

सर्दी-जुकाम के सबसे ज्यादा मरीज
पीबीएम अस्पताल की बच्चा अस्पताल में आने वाले छोटे बच्चों पर नजर डालें तो सबसे अधिक सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित पहुंच रहे हैं। हालांकि पीड़ित बच्चों के भर्ती होने की संख्या उतनी नहीं बढ़ रही है, जितनी संख्या ओपीडी में आने वाले बच्चों की है। पिछले दो दिनों में वायरल जनित बच्चों की संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है।

डॉक्टरी सलाह : ये सावधानियां बरतें

  • बच्चों को बिना मास्क घर से बाहर नहीं जाने दें।
  • भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
  • बासी खाना और बाजार का खुला खाना नहीं खाएं। डिब्बा बंद खाने से बचें।
  • घर के आस-पास पानी बरसाती और गंदा पानी एकत्रित नहीं होने दें, इससे मच्छरों का लार्वा फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
  • सर्दी-खासी और बुखार से जुड़े छोटे बच्चे मास्क जरूर पहनें और इनसे दूसरे बच्चे दूरी बनाकर रखें।

ओपीडी में मौसमी बीमारियों से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ रही है। खासकर सर्दी-जुकाम, बुखार और उल्टी-दस्त के मरीज पहुंच रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं से पहले इस प्रकार की भीड़ चिंताजनक है। अस्पताल प्रशासन अलर्ट मोड में है। अभिभावकों को चाहिए कि वह अपने बच्चों को बिना मास्क घर से बाहर नहीं जाने दें।
– जीएस सेंगर, विभागाध्यक्ष शिशु अस्पताल, बीकानेर

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