श्री डूंगरगढ़ । प्रदेश के बेरोजगार योग शिक्षकों के रोजगार हेतु लगातार प्रयासरत योग समिति के प्रदेश संरक्षक योगगुरू ओम कालवा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा। बेरोजगार योग शिक्षकों को बजट में रोजगार के लिए फूटी कौड़ी भी नहीं दी। कालवा ने बताया प्रदेश के हर गांव, कस्बे, शहर, जिला से रोजगार हेतू उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, विधायक, सांसद व जिला कलेक्टर के मार्फत हजारों ज्ञापन व पोस्टकार्ड भेजकर अवगत कराया गया ओर योग समिति के प्रदेश अध्यक्ष योगाचार्य रामावतार यादव, प्रदेश महासचिव डॉ मनोज कुमार सैनी, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार तूनवाल तथा समिति के तहसील, जिला व राज्य कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक, खेल मंत्री, चिकित्सा मंत्री, शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री ओर तो ओर मुख्यमंत्री के ओ एस डी से कई बार सैकड़ों की संख्या में योग शिक्षकों ने प्रदेश की राजधानी जयपुर में मिलकर अवगत करवाया फिर भी बजट में कुछ नहीं देकर साफ शब्दों में साबित कर दिया की योग तो भारतीय जनता पार्टी का है कालवा ने बताया देश के कई राज्यों में योग बोर्ड का गठन करने के साथ स्कूली शिक्षा में भी अनिवार्य रूप से लागू किया जा चुका है। प्रदेश के योग शिक्षकों ने बड़े आंदोलन की चेतवानी देते हुए साफ शब्दों में कहा रोजगार नहीं दे सकते तो बंद करो कोर्स कालवा ने बताया मान्यता प्राप्त विश्व विद्यालयों में पिछले बीस सालों से योग विषय में लगभग दस से पंद्रह कोर्स बीएसी से लेकर पीएचडी तक के कोर्स करवा रहे हैं। निर्धारित शुल्क से कई गुना ज्यादा मनमानी शुल्क वसूल रहे हैं। आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने स्वास्थ्य के नाम पर सैकड़ों अभियान शुरू कर रखे हैं। ये अभियान धरातल पर लागू नहीं है केवल फाइलों में दब कर रह गए। ओम कालवा ने विशेष निवेदन करते हुए कहा। योग के नाम पर राजनीति न करें सरकारें। योग देश की अमूल्य धरोहर है। योग चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा नहीं मिला तो आने वाले समय में लोगों का स्वास्थ्य नाम मात्र ही रह जाएगा। जीवन का आनंद तो कहीं रहा लोग रोगों से लड़ते लड़ते मर जाएंगे। कालवा ने बताया योग आने वाली पीढ़ियों के लिए सुनहरा भविष्य है।
मुख्यमंत्री ने बजट में बेरोजगार योग शिक्षकों को किया निराश – ओम कालवा
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