चूरू:- चूरू शहर में चार युवकों ने युवती से हैवानियत कर उसका हाथ-पांव बांधकर मरने के लिए फेंक दिया. इधर युवती खंभे पर अटक गई और उसे बचा लिया गया. मामले कि जांच में पुलिस ने बताया कि काम दिलाने के बहाने से आसाम की रहने वाली एक युवती को चूरू बुलाया गया था. बाद में चार युवकों ने उसके साथ गैंगरेप किया. नशे की हालत में आरोपियों ने युवती के साथ मारपीट कर हाथ-पैर बांधकर छत से धक्का दे दिया. गनीमत यह रही कि युवती के हाथ में बंधी रस्सी खंभे में अटक गई और उसकी जान बच गई.
पीड़िता काफी देर तक खंभे पर झूलती रही. बाद में जैसे-तैसे फोन कर पुलिस नियंत्रण कक्ष में आपबीती बताई. सूचना मिलने पर पुलिस महकमें में हड़कम्प मच गया. पुलिस का जाप्ता शुक्रवार मध्यरात्रि को मौके पर पहुंचा तो युवती खंभे पर झूल रही थी. जिसे काफी मशक्कत के बाद सकुशल नीचे उतारा गया. बाद में राजकीय अस्पताल में मेडिकल कराया गया. इस संबंध में पीड़िता की ओर से युवकों के खिलाफ शहर के थाने में गैंगरेप का मामला दर्ज कराया है.
पीड़िता 22 वर्षीय युवती ने बताया कि मूलत: आसाम हॉल निवासी है और दिल्ली में रहती है. पीड़िता ने बताया कि उसके मां व भाई आसाम रहते हैं. दिल्ली में छोटा-मोटा काम कर घर चलाती है. युवती ने बताया कि चूरू निवासी सुनील उर्फ राजू ने उसे काम दिलाने के लिए कहते हुए चूरू आने के लिए कहा गया. इस पर शुक्रवार को चूरू आई थी. बस स्टैंड पर उसे कार सवार युवक लेने आया, जिसने कहा कि उसे लेने के लिए राजू ने भेजा है.
इस पर युवती कार पर सवार होकर उसके साथ चली गई. युवक उसे एक कमरे में ले गया और कहा कि सुबह उसे काम दिलवा देंगे. पीड़िता ने बताया कि कमरे में विक्रम राजपूत (21) निवासी इंद्रपुरा, भवानी राजपूत, देवेन्द्र सिंह उर्फ बुल्ला निवासी इंद्रपुरा व बुल्ला उर्फ सुनिल राजपूत चौनपुरा बड़ा ने शराब पीना शुरू कर दिया. पीड़िता ने कहा कि युवकों से काम दिलाने के लिए कहने पर आरोपी देवेन्द्र सिंह ने धमकाते हुए कहा कि तुझे काम नहीं दिलाएंगे कहते हुए उसके साथ बलात्कार किया.
इसके बाद विक्रम व शेष अन्य युवकों ने भी उसके साथ बलात्कार किया. बलात्कार के बाद चारों युवकों ने आपस में झगड़ा शुरू कर दिया. इस दौरान आरोपियों ने उसके हाथ-पैर बांधकर छत से धक्का दे दिया. लेकिन हाथ में बंधी रस्सी बिजली के खंभे में अटक गई और युवती की जान बच गई. खंभे पर काफी देर तक उसी हालत में लटकी रही. बाद में हिम्मत कर पुलिस को सूचना देने पर मौके पर आकर उसे नीचे उताकर हाथ-पैरों में बंधी रस्सियों को खोलकर मुक्त किया.