सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में एबीवीपी के कुलदीप आगे, एमजी कॉलेज में लगातार पांचवीं बार एबीवीपी का पूरा पैनल जीता

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उदयपुर और प्रदेश के सबसे बड़े गर्ल्स कॉलेज मीरा गर्ल्स काॅलेज में एबीवीपी ने जबरदस्त जीत दर्ज की है। यहां एपेक्स के चारों पदों पर एबीवीपी ने जीत दर्ज की है। यहां एबीवीपी की किरण वैष्णव ने 146 वोटों से जीत दर्ज की। 2013 के बाद से यहां लगातार एबीवीपी जीत रही है। वहीं 2015 के बाद से एपेक्स के सभी पदों पर यहां एबीवीपी चुनाव जीतती आई है। इधर सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव के सभी कॉलेजों के परिणाम भी आ गए हैं।

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आर्टस कॉलेज में देवेंद्र राठौड़ ने 410 वोटों से जीत दर्ज की। वहीं साइंस कॉलेज में भूपेंद्र पालीवाल 172 वोटों से जीत गए। इधर कॉमर्स कॉलेज अध्यक्ष पद पर जहां मूमल चूंडावत ने जीत दर्ज की है। मूमल ने अविनाश कुमावत को 76 वोटों से हराया। अविनाश को देव सोनी समर्थन दे रहे थे। वहीं मूमल को एनएसयूआई जिलाध्यक्ष हिमांशु पंवार का समर्थन था। इधर लॉ कॉलेज के अध्यक्ष पद पर संजय वैष्णव ने जीत दर्ज कर ली है। संजय वैष्णव को एबीवीपी का समर्थन था। संजय वैष्णव 44 वोटों से जीते।

एमजी कॉलेज में एबीवीपी का पूरा पैनल जीता

अध्यक्ष : किरण वैष्णव 146 वोट से जीती।

उपाध्यक्ष : मुमुक्षा शर्मा 259 वोट से जीती।

महासचिव : दिशा तावड़ 684 वोट से जीती।

संयुक्त सचिव : सोनू चारण 27 वोट से जीती।

लॉ कॉलेज में ये रहे विजेता

अध्यक्ष : संजय वैष्णव 44 वोटों से जीते।

उपाध्यक्ष : हरीश मेनारिया निर्विरोध जीते।

महासचिव : इशान शर्मा 198 वोटों से जीते।

संयुक्त सचिव : साक्षी झाला निर्विरोध जीती।

कॉमर्स कालेज में ये रहे विजेता

अध्यक्ष : मूमल चुंडावत 76 वोटों से जीती।

उपाध्यक्ष : साहिल नागौरी निर्विरोध निर्वाचित।

महासचिव : हर्षद कुमार 118 वोटों से जीते।

संयुक्त सचिव : मोहित शर्मा निर्विरोध निर्वाचित।

साइंस कॉलेज में ये रहे विजेता

अध्यक्ष : भूपेंद्र पालीवाल 172 वोटों से जीते

उपाध्यक्ष : नवीन कुमार निर्विरोध निर्वाचित।

महासचिव : वियोना जाट निर्विरोध निर्वाचित।

संयुक्त सचिव : कवीश मीणा 8 वोटों से जीते।

आटर्स कॉलेज में ये रहे विजेता

अध्यक्ष : देवेंद्र सिंह राठौड़ 473 वोटों से जीते।

उपाध्यक्ष : रोहित पुरोहित 343 वोटों से जीते।

महासचिव : गोमाराम 418 वोटों से जीते।

संयुक्त सचिव : राजरानी जोशी 150 वोटों से जीते।

लाॅ कॉलेज में सभी पदों पर परिणाम आ गए। उपाध्यक्ष पद पर हरीश कुमार मेनारिया निर्विराेध निर्वाचित हुए। वहीं महासचिव पद पर इशान शर्मा 198 वोटों से जीतेद्ध वहीं संयुक्त सचिव पद पर साक्षी झाला निर्विरोध निर्वाचित हुई। ​​​​​​अबतक आए दोनों परिणाम देव सोनी के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। इधर शोध प्रतिनिधि पद पर अनुभव बर्बर 184 वोटों से जीते। कुल 458 वोटों में से मोतीदान को 133 और राजू राम को 135 वोट मिले।

छात्रसंघ चुनाव के बाद उदयपुर में आज एमपीयूएटी और सुखाड़िया विश्वविद्यालय में काउंटिंग शुरू हो गई। 7092 स्टूडेंन्ट्स के दिए गए वोट के परिणाम की स्थिति दोपहर तक साफ हो जाएगी। माना जा रहा है कि सुखाड़िया विश्वविद्यालय में केन्द्रीय छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर बेहद कम-अंतर से जीत होगी। वहीं उपाध्यक्ष, महासचिव पर एबीवीपी और संयुक्त सचिव पर एनएसयूआई प्रत्याशी की जीत हो सकती है। अध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी के कुलदीपसिंह की एनएसयूआई के देव सोनी से सीधी टक्कर है।

सुखाड़िया विश्वविद्यालय के एफएमएस बिल्डिंग में काउंटिंग हो रही है। यहां केंद्रीय छात्रसंघ पदाधिकारियों के लिए काउंटिंग होगी,जबकि चारों महाविद्यालयों के महाविद्यालय छात्रसंघ प्रत्याशियों की काउंटिंग संबंधित महाविद्यालयों में ही की जाएगी। इसके लिए शुक्रवार को सारी तैयारियां पूरी कर ली गई। विश्वविद्यालय के प्रवेश प्रकाश द्वार पर ही परिचय पत्र देखकर ही प्रवेश दिया जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं रजिस्ट्रार छोगाराम देवासी एवं छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर शूरवीर भाणावत के निर्देशन में मतगणना होगी। विश्वविद्यालय परिसर में बाहरी वाहनों का प्रवेश निषेध रहेगा। मतगणना स्थल पर प्रत्याशी या उसके एजेंट में से किसी एक को ही प्रवेश दिया जाएगा।

2022 में सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में 52 फीसदी वोटिंग हुई है। जो पिछले चुनाव के मुकाबले 4 फीसदी कम है। वहीं एमपीयूएटी यूनिवर्सिटी में 82 फीसदी और एमजी कॉलेज में महज 33 फीसदी मतदान हुआ। सुबह 10 बजे से सब जगह काउंटिंग शुरू होगी। पुलिस की सख्त व्यवस्था के बीच सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के चारों कॉलेज, एमपीएयूएटी के कॉलेज और एमजी कॉलेज के परिणाम दोपहर बाद तक सामने आ जाएंगे।

क्यूआर कोड वाले थे बैलट पेपर
इस बार मतदान के लिए प्रयुक्त किए गए बैलेट पेपर्स को तकनीकी रूप से बनाए गए थे। हर पेपर यूनिक क्यूआर कोड से युक्त था ताकि उसको स्कैन करके उससे संबंधित सारी जानकारी प्राप्त की जा सके। इसके साथ ही विश्वविद्यालय का लोगों भी एचडी गुणवत्ता के साथ यूनिक तरीके से प्रिंट किया गया। बता दें कि सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के केंद्रीय छात्रसंघ अध्यक्ष पद के लिए एनएसयूआई से देव सोनी और एबीवीपी से कुलदीप सिंह आमने-सामने थे।

यूं रहा था मतदान
सुखाड़िया के चारों संघटक महाविद्यालयों में बनाए गए मतदान बूथों पर शुक्रवार को स्टूडेंन्ट्स ने उत्साह से मतदान किया था। इसमें कुल 7092 विद्यार्थियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कुल मतदान 52.26 प्रतिशत रहा था। लॉ कॉलेज में 54.99%, कॉमर्स कॉलेज में 53%, साइंस कॉलेज में 55.71% और आर्ट्स कॉलेज में 47.29% वोटिंग हुई थी।

एमजी में रहा है एबीवीपी कर दबदबा
एमजी कॉलेज में एबीवीपी का दबबदा कुछ इस तरह का रहा है कि यहां 2015 के बाद से छात्रसंघ के पैनल के किसी भी पद पर एबीवीपी के अलावा कोई और दल चुनाव नहीं जीत सका है। यहां 2015 में धीरज सुखवाल एनएसयूआई से महासचिव बनी थी। मीरा गर्ल्स कॉलेज में 2013 में एनएसयुआई की अंजली भनात के बाद 2014 में एबीवीपी की पायल जैन जीती। 2015 में सुमन कलासुआ, 2016 में डिम्पल भावसार, 2017 में शिवानी सोनी, 2018 में पायल कलासुआ और 2019 में पायल परमार छात्रसंघ अध्यक्ष बनी है। एनएसयूआई की अंजली कटारा और एबीवीपी की किरण वैष्णव के सामने निर्दलीय डिंपल झाला के मैदान में होने से त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति बनी है। टिकट नहीं मिलने नाराज डिम्पल के चुनाव में सामने होने से एमजी में एनएसयूआई को दिक्कतें हो सकती हैं। इसका सीधा एबीवीपी को मिल सकता है।

एमपीयूएटी में एनएसयूआई का रहा है दबदबा
वहीं उदयपुर की महाराणा प्रताप यूनिवर्सिटी में एमपीयूएटी का जलवा रहा है। यहां पिछले 10 चुनावों में 6 बार एनएसयूआई ने जीत दर्ज की है। जबकि 2 बार एबवीपी आौर 2 बार निर्दलीय ने चुनाव जीता है। इधर एमपीयूएटी में 2019 में हुए आखिरी चुनाव में एबीवीपी के पवन जाट ने जीत दर्ज की थी। जबकि उससे पहले तीन साल तक एनएसयूआई ही जीतती आई है।