Veer Baal Diwas 2024 : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 जनवरी 2022 को घोषणा की थी कि सिख गुरु गोबिंद सिंह के चार ‘साहिबजादों’ के साहस को श्रद्धांजलि के रूप में इस वर्ष से 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस‘ ( Veer Baal Diwas 2024 ) के रूप में मनाया जाएगा. 17 वीं शताब्दी में, उनके पुत्र जोरावर सिंह और फतेह सिंह, जिन्हें तत्कालीन शासक औरंगजेब के आदेश पर मुगलों द्वारा कथित तौर पर मार दिया गया था.
क्या है इतिहास
दर्ज इतिहास के अनुसार, औरंगज़ेब ने 1704 में वर्तमान पंजाब में आनंदपुर साहिब पर कब्जा कर लिया था, और उसके बाद, खाद्य भंडार समाप्त होने लगा. सिखों के पास इस स्थिति से बाहर निकलने का एक ही रास्ता था – आनंदपुर के किले को छोड़ देना. गुरु गोबिंद सिंह ने मुगलों की मांगों को मान लिया और शहर छोड़ दिया. हालांकि, मुगलों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा.
गुरु गोबिंद सिंह के बेटों – जोरावर सिंह और फतेह सिंह – को नवाब वजीर खान ने पकड़ लिया और उन्हें सरहिंद ले जाया गया. वजीर खान ने उन्हें कहा कि वे इस्लाम स्वीकार कर लें. लेकिन जोरावर और फतेह ने मना कर दिया. इससे क्रोधित होकर वजीर खान ने उन्हें जिंदा दीवार में चिनवा दिया. जहां गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों को जिंदा चिनवाया गया, आज उसी जगह को फतेहगढ़ साहिब के नाम से जाना जाता है.