श्री डूंगरगढ़ न्यूज़ जयपुर || राजस्थान के इतिहास में प्रदेश की सबसे बड़ी राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) के लेवल-2 की परीक्षा संपन्न हो गई है। परीक्षा सेंटर्स पर पुलिस की कड़ी निगरानी रही। पहली पारी में रीट लेवल-2 व दूसरी पारी में लेवल-1 में कड़ी सुरक्षा के बीच सभी अभ्यर्थियों को एंट्री दी गई। लेवल-1 की परीक्षा भी कुछ देर में पूरी होने वाली है। इसके बाद जिलों के पुलिस व प्रशासन की परीक्षा होगी, जब अभ्यर्थी अपने-अपने जिलों में लौटेंगे।
पहले और दूसरे लेवल की परीक्षा के दौरान केंद्रों पर प्रदेश के सभी सेंटर्स पर गाइडलाइन के अनुसार मंगवाई गई सामग्री के अलावा किसी भी अन्य सामग्री को नहीं ले जाने दिया गया। महिलाओं के गहने, बालों के रबरबैंड, क्लच व चुनरी आदि भी उतरवा लिए गए। अन्य सभी अभ्यर्थियों के हाथ में बंधे डोरे या ब्रासलेट को खुलवा लिया गया। यानी किसी भी सूरत में कोई भी ऐसी सामग्री अंदर नहीं ले जाने दी गई, जिससे नकल की जरा भी गुंजाइश पैदा हो। इस बीच बीकानेर में चप्पल से नकल का मामला सामने आया है। अलवर, जयपुर और सीकर में भी नकल या लेट पेपर देने के मामले आए हैं।
सीकर व जयपुर के बस्सी में सील खुला पेपर, अलवर में नकल पर हंगामा, अजमेर-बीकानेर में पकड़ा
रीट के सेकंड लेवल के पेपर में कई जगह हंगामे, नकल और सील खुला पेपर देने की जानकारी सामने आ रही है। अलवर में बहरोड़ क्षेत्र के कमला देवी स्कूल में नकल को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने हंगामा कर दिया। असल में ठीक दस बजे तक सभी को कक्ष में बैठा दिया गया था।
एक कक्ष में बैठे अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें 11 बजे तक पेपर नहीं दिया गया। जब इनमें से दो अभ्यर्थी टॉयलेट के लिए गए तो एक कमरे में किताबों के साथ नकल कराई जा रही थी। इन दोनों ने यह बात अपने कक्ष के अन्य साथियों को बताई तो वे सभी बाहर निकले और जमकर हंगामा किया। जिस कमरे में नकल कराई जा रही थी, उसमें 20 से ज्यादा स्टूडेंट थे।
इसके बाद कई स्टूडेंट्स उनकी OMR शीट लेकर बाहर आ गए। पेपर की अवधि पूरी होने से पहले ही करीब डेढ़ घंटा पहले ही पेपर और शीट्स के बाहर आने के बाद कलेक्टर व एसपी मौके पर पहुंचे। अब इस सेंटर पर लेवल-1 का पेपर चल रहा है, लेकिन लेवल-2 का सुबह हुआ पेपर फिर से हो सकता है। हालांकि कलेक्टर का कहना है कि जो बच्चे पढ़कर नहीं आए, उन्होंने बेवजह माहौल खराब किया है। सीकर के लोसल और जयपुर के बस्सी में भी पेपर लेट दिए गए। लोसल के शेखावाटी स्कूल में पेपर लेट दिया और वह भी खुला हुआ, जबकि OMR शीट पहले ही दे दी गई। नियमों के मुताबिक पेपर पर सील लगी होना चाहिए। बस्सी के तिलक पीजी कॉलेज में भी पेपर एक घंटा लेट दिया गया। सील खुली थी। हंगामा हुआ तो पुलिस मौके पर पहुंची।
अजमेर के राजकीय कन्या महाविद्यालय (सावित्री कॉलेज) में परीक्षा की पहली पारी समाप्त होने पर अभ्यर्थियों ने बाहर निकल कर हंगामा किया। उनका कहना था कि पेपर के दौरान कक्ष में घड़ी नहीं थी, इसलिए अंदाजा नहीं लग पाया कि कब ढाई घंटे हो गए। इसके कारण वे OMR शीट पूरी नहीं भर पाए।
सीकर, चूरू में नकल करते-कराते पकड़े
सीकर के नीमकाथाना में गंगा बाल निकेतन में बीकानेर के परीक्षार्थी उदयराम को पकड़ा गया है। चप्पल में ब्लूटूथ के साथ, कान में ऑपरेशन लगाकर डिवाइस लगाई हुई थी। उदयराम को कोतवाली थाने लेकर गए हैं। किशनगढ़ के तेली मोहल्ला स्थित आचार्य धर्मसागर स्कूल में ब्लू टूथ डिवाइस के माध्यम से नकल का प्रयास करते एक नकलची पकड़ा है। चूरू निवासी आरोपी गणेशा राम के पास में जो ब्लूटूथ में सिम मिली है।
बीकानेर के एक सेंटर पर परीक्षा देकर निकली अभ्यर्थी बेहद खुश नजर आ रही थीं।
परीक्षा से बाहर निकल स्टूडेंट बोले- कट-ऑफ ज्यादा जाएगी
जैसे ही लेवल-2 का एग्जाम पूरा हुआ, सेंटर्स से बाहर निकले अभ्यर्थियों के कारण सड़कों पर खासी भीड़ हो गई। कई जगह जाम जैसी स्थिति बन गई। परीक्षा केंद्रों पर बाहर निकले स्टूडेंट्स ने कहा कि- तैयारी अच्छी थी, पेपर भी अच्छा रहा। हालांकि थोड़ा सरल था, इसलिए कट-ऑफ भी 150 में से 120 से 130 के बीच जा सकता है। ज्यादातर के चेहरे पर खुशी नजर आ रही थी।
सीकर में कुछ लड़कियां लेट हो गईं, प्रवेश नहीं मिला तो गेट खटखटाते हुए रोती रहीं, अजमेर में गुजरात से आई एक महिला का प्रवेश पत्र गुम होने से वह लेट हो गई और उसे प्रवेश नहीं दिया गया तो वह रोने लगी।
वे रोती रहीं, सेंटर प्रशासन पर असर नहीं
सीकर में तीन-चार युवतियां कुछ मिनट देरी से अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचीं। गेट बंद था। गेट खटखटाया तो अंदर से मना हो गया। वे रोने लगीं। बोलीं- सर गेट खोल दो, अभी तो परीक्षा शुरू होने में समय है। हमने सालों से इसके लिए सपने देखे हैं, तैयारी की है, गेट खोल दो प्लीज सर, हमारा करियर खराब हो जाएगा। अंदर से कोई रिएक्शन नहीं आया। फिर एक ट्रैफिककर्मी ने उन्हें गेट से भी दूर कर दिया।
अजमेर में गुजरात के दाहोद से आई एक महिला प्रवेश पत्र खो जाने पर दुबारा लाने के कारण लेट हो गई। उसे प्रवेश नहीं दिया तो रोने लगी। परीक्षा देने आई दमयंती तंवर शनिवार को ही अजमेर आ गई थी और अपने रिश्तेदार के यहां रुकी थी। सुबह ठीक नौ बजे से पहले सेन्ट्रल गर्ल्स स्कूल के केन्द्र पर पहुंच गई। तंवर ने बताया कि जब यहां प्रवेश के लिए लगी कतार के दौरान प्रवेश पत्र ढूंढा तो नहीं मिला। ऐसे में बिना प्रवेश पत्र के प्रवेश नहीं दिया। वह दूसरी कॉपी लेकर पहुंची भी, लेकिन समय होने के बाद भी प्रवेश नहीं दिया।
बांसवाड़ा में कलेक्टर के दखल के बाद 10:30 बजे 11 महिला अभ्यर्थियों को एंट्री
नियत समय पर बांसवाड़ा के भारतीय विद्या मंदिर सेंटर पर पहुंचीं 11 महिला अभ्यर्थियों को आधार कार्ड और प्रवेश पत्र में अभिभावक का नाम अलग-अलग होने पर केंद्र से बाहर निकाल दिया गया। आधार कार्ड में पति का नाम था और प्रवेश पत्र में पिता का। ऐसे में वे बाहर निकली तो रोने लगी। जिला प्रमुख मौके पर पहुंचे, कलेक्टर से बात की, इसके बाद कलेक्टर ने दखल देकर सभी को पुन: प्रवेश कराया, लेकिन तब तक परीक्षा शुरू हुए 30 मिनट निकल चुके थे।
25 लाख आवेदन, दो लेवल की परीक्षा
परीक्षा को लेकर कई दिन से शासन-प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद है। शिक्षकों के 31 हजार पदों के लिए REET में देशभर के 25 लाख 35 हजार 542 अभ्यर्थी दो पारी में परीक्षा देंगे। इसमें प्रथम स्तर की परीक्षा में 12 लाख 67 हजार 983 परीक्षार्थी बैठेंगे, जबकि द्वितीय स्तर की परीक्षा में 12 लाख 67 हजार 539 परीक्षार्थियों के बैठ रहे हैं। दोनों परीक्षा में आवेदनों की संख्या 25 लाख है, इनमें 9 लाख अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्होंने दोनों परीक्षाओं के लिए आवेदन किया है। कुल अभ्यर्थियों की संख्या 16 लाख है। इसके लिए प्रदेशभर में 3 हजार 993 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा 592 परीक्षा केंद्र राजधानी जयपुर में है। जहां ढाई लाख से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा देर रहे हैं।
प्रदेशभर में सड़कों पर अभ्यर्थी
परीक्षा शुरू होने से पहले सुबह-सुबह से ही जयपुर सहित विभिन्न शहरों में बाहर से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों पर नजर आते रहे। कहीं लोकल ट्रांसपोर्ट का इंतजार करते तो कहीं पैदल चलते। जहां-जहां रहने की व्यवस्था की गई है, वहां भी सुबह-सुबह खासी हलचल रही। जल्दी उठकर अभ्यर्थी अपने सेंटर्स ओर रवाना हो गए थे, ताकि किसी भी कारण से सेंटर पर प्रवेश में देरी न हो जाए।
9 जिले संवेदनशील, 100% केंद्रों पर CCTV से नजर
REET के दौरान धांधली और नकल रोकने के लिए प्रदेशभर में 30 हजार से ज्यादा CCTV कैमरे लगाए गए हैं। प्रदेश के बाड़मेर, सवाई माधोपुर, करौली, दौसा, नागौर, सीकर, भरतपुर, झुंझुनू, और जालौर के 100% परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरे हैं, जबकि शेष बचे जिलों में अति संवेदनशील परीक्षा केंद्र पर CCTV कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस के जवान अभ्यर्थियों के साथ आम आदमी की की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव अरविन्द सेंघवा ने बताया कि प्रदेश में सभी जगह पर परीक्षा शांतिपूर्ण शुरू हो गई है। परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी लीज लाइन व ब्रॉड बैंड के जरिए इंटरनेट है। जिसके जरिए बोर्ड ऑफिस में कंट्रोल रूम में निगरानी की जा रही है। इसमें इन्टरनेट बंद होने से कोई फर्क नहीं पड़ा। व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही है।
सुबह से शाम तक इंटरनेट बंद
राजस्थान में REET के दौरान नकल रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट बंद किया गया है। राजधानी जयपुर में सुबह 7 से शाम 5 बजे तक, उदयपुर, भीलवाड़ा, अलवर, बीकानेर, दौसा, चित्तौड़गढ़, बाड़मेर, टोंक, अजमेर, नागौर में रविवार सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक, सवाई माधोपुर में 5:30 बजे से शाम 6 बजे तक, कोटा, बूंदी व झालावाड़ में सुबह 5 से शाम 5 बजे तक और सीकर में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक इंटरनेट बंद किया गया है। इस दौरान लीज लाइन को नेटबंदी से मुक्त रखा गया है।
ऑनलाइन पेमेंट पर पड़ रहा असर
REET में इंटरनेट बंद होने से ऑनलाइन पेमेंट पर भी असर पड़ रहा है। परीक्षा को देखते हुए सरकार ने कई जिलों में इंटरनेट बंद करने के आदेश दिए हैं। इससे फोन पे, गूगल पे, पेटीएम सहित सारे एप काम नहीं कर पा रहे। जो अभ्यर्थी ऑनलाइन पेमेंट के भरोसो दूसरे जिले में परीक्षा देने पहुंचे हैं, उन्हें भी दिक्कत का सामना करना पड़ा है। ऑनलाइन पेमेंट नहीं होने से आम लोगों को भी बाजार में खरीदारी करने में समस्या हो रही है।