श्री डूंगरगढ़ न्यूज़ – योग शिक्षकों के रोजगार हेतु योग समिति द्वारा प्रदेश भर से ग्यारह हजार पोस्टकार्ड व 246 ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम भेजे
श्री डूंगरगढ़ कस्बे के योगाचार्य ओम कालवा ने जानकारी देते हुए बताया। वर्तमान समय में विश्व समुदाय में फैल रही अनेकों महामारियों में हजारों साल पुरानी ऋषि मुनि, साधु संन्यासीयों द्वारा पूर्णतया वैज्ञानिक योग चिकित्सा पद्धति रोग निवारण हेतु रामबाण साबित हो रही है।
योग की बढ़ती लोकप्रियता को मध्य नजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्व विद्यालयों से योग में उच्च शिक्षा प्राप्त लाखों योग शिक्षक आज बेरोजगार बैठे हैं। योग को स्वास्थ्य, चिकित्सा, खेल इत्यादि विभागों में शामिल किया जा सकता है। फिर भी सरकारें आंखे बंद करके बैठी है।
शस्त्रों में कहा गया है “पहला सुख निरोगी काया” ओर योग के द्वारा शरीर को सौ सालों तक निरोग रखा जा सकता है। योग चिकित्सकों के हितार्थ हेतु राजस्थान योग शिक्षक संघर्ष समिति द्वारा प्रदेश भर में दस दिवसीय पोस्टकार्ड व ज्ञापन अभियान चलाया गया जिसमें बेरोजगार योग शिक्षकों के माध्यम से ग्यारह हजार पोस्टकार्ड तथा 246 ज्ञापन राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम प्रदेश के उपखण्ड अधिकारी, विधायक, सांसद, जिला कलेक्टर के मार्फत भिजवाएं गए।
योग समिति के प्रदेश अध्यक्ष रामावतार यादव, महासचिव मनोज सैनी, कार्यकारी अध्यक्ष राकेश कुमार तूनवाल तथा प्रदेश के बेरोगार योगी भाई बहनों ने चेतावनी देते हुए बताया योग शिक्षकों की मांगों को नजरंदाज किया गया तो सरकार बड़े आंदोलन को झेलने के लिए तैयार रहे।
ओम कालवा ने यह भी बताया अगर सरकार जल्द ही योग को सभी विभागों में लागू करती है तो निरोगी राजस्थान का सपना साकार होने के साथ प्रदेशवासियों की पचास प्रतिशत समस्या का निवारण हो सकता है।