जयपुर. Dudu Inside Story : राजस्थान में जिलों को लेकर जारी सियासत के बीच दूदू (Dudu) राजस्थान का सबसे छोटा जिला बनने जा रहा है. आज या कल में सरकार नोटिफिकेशन भी जारी कर देगी. यह राजस्थान की पहला पंचायत हैडक्वार्टर है जो सीधे जिला बन गया. इसको लेकर चर्चाओं का बाजार काफी गरम है. जिला बनने में बड़े बड़े कस्बे दावेदारी में पिछड़ गए और जयपुर तथा अजमेर के बीच बसी एक ग्राम पंचायत में जिला बन गया. इससे दूदू की जनता की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है
दूदू विधायक एवं सीएम के सलाहकार बाबूलाल नागर के घर लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है. लोग उनको दूदू को जिला बनाने पर बधाइयां दे रहे हैं. नागर को साफे पहनाए जा रहे हैं. वहीं सीएम गहलोत की जय जयकार की जा रही है. विधायक बाबूलाल नागर अब दूदू के विकास के भविष्य की योजनाओं की तैयारी में जुटे हैं.
नागर यहां से चौथी बार विधायक हैं Dudu Inside Story
राजनीति के जानकारों का मानना है कि दूदू को विशुद्ध राजनीतिक कारणों से जिला बनाया गया है. बाबूलाल नागर यहां से चौथी बार विधायक हैं. वे तीन बार कांग्रेस और एक बार निर्दलीय चुनाव जीते हैं. सीएम गहलोत के बेहद नजदीकी होने के बावजूद गहलोत नागर को 2018 में कांग्रेस की टिकट नहीं दिलवा पाये थे. दूदू विधानसभा सीट पर गहलोत के बजाय पायलट की चली और बाबूलाल नागर का टिकट काट दिया गया. लेकिन नागर निर्दलीय मैदान में कूद पड़े और चुनाव जीत गए.
दूदू में सभी विभागों के कार्यालय पहले से ही हैं
दूदू भले ही जिला अब बना हो लेकिन यहां सब सुविधाएं पहले से ही उपलब्ध है. सीएम गहलोत की दूदू पर ऐसी कृपा बरसती रही कि उन्होंने तीन बार के मुख्यमंत्री काल में यहां तमाम सरकारी कार्यालय खोल दिए. जिला अस्पताल, एडीजे कोर्ट, एडीएम, एडिशनल एसपी, डीएसपी और डीटीओ से लेकर सभी महकमों के एक्सईएन के दफ्तर पहले से ही खुल गये थे. ये ग्रामीण क्षेत्र की पहली विधानसभा हैं जहां पांच सरकारी कॉलेज हैं.
एक ही विधानसभा क्षेत्र का जिला बनता दिखाई रहा है
इन सबके बावजूद दूदू से सटे दूसरे विधानसभा क्षेत्रों की जनता ने दूदू जिले में शामिल होने का विरोध किया है. सांभर, फुलेरा और रेनवाल की जनता विरोध में आ गई. दूदू में जाकर हाइवे रोक दिया. इसलिए सरकार ने टकराव को टालते हुए जयपुर ग्रामीण के नाम से नया जिला बना दिया है. उसके बाद दूदू फिलहाल एक ही विधानसभा क्षेत्र का जिला बनता दिखाई रहा है.