Last Updated on 10, June 2023 by Sri Dungargarh News
जयपुर : राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शनिवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने जयपुर के विभाजन और दो जिले बनाए जाने की मुख्यमंत्री की घोषणा का खंडन किया। एक प्रेस वार्ता में मंत्री ने दावा किया कि जयपुर पहले की तरह से ही अविभाजित रहेगा। उन्होंने यह भी किया कि जयपुर जिले में इसीलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से कोई विशेषाधिकारी नहीं लगाया गया है। अब जयपुर नगर निगम हेरिटेज और जयपुर नगर निगम ग्रेटर दोनों जयपुर में ही रहेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की थी 19 नए जिलों की घोषणा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस वर्ष अपने बजट भाषण में 19 नए जिलों की घोषणा की थी। इनमें जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण भी शामिल थे। जयपुर के दो टुकड़े होने थे। इस घोषणा के बाद से ही सरकार के ही कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपना विरोध जताना शुरू कर दिया।अब चुनावी साल में जनता का समर्थन भी मिलता दिखा तो मंत्री ने गहलोत की घोषणा के खिलाफ जमकर मोर्चा खोल दिया। बता दें कि जयपुर के साथ ही सीएम ने अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन, दूदू, गंगापुरसिटी, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल, नीम का थाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचौर और शाहपुरा को जिला बनाने की घोषणा की थी। साथ ही उन्होंने बांसवाड़ा, पाली एवं सीकर को संभाग बनाने की घोषणा की गई।
सीएम चाहते हैं जयपुर से सबसे ज्यादा फायदा मिले- खाचरियावास
राजधानी जयपुर में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जयपुर आगे भी जयपुर ही रहेगा। उसे उत्तर और दक्षिण में नहीं बांटा जाएगा। उनका कहना है कि जयपुर की अपनी पहचान, अपनी संस्कृति है। यदि जयपुर को उत्तर और दक्षिण में बांट देंगे तो बड़ा अजीब लगेगा। जयपुर को एक रखने की मुहिम छेड़ने वाले मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भी नहीं चाहते हैं कि जयपुर का बंटवारा हो। उनकी सोच महज ये है कि जयपुर को सबसे ज्यादा फायदा कैसे पहुंचाया जाए?