Bikaner – 53 गांवाें में माेबाइल टावर लगने शुरू, इस साल मिलेगी 4जी सर्विस

बीकानेर ( bikaner )जिले के बज्जू, छतरगढ़, खाजूवाला, लूणकरणसर, नाेखा, पूगल के 53 गांवाें में माेबाइल टावर लगाने का काम शुरू हाे गया है।
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बीकानेर : बीकानेर ( bikaner )जिले के बज्जू, छतरगढ़, खाजूवाला, लूणकरणसर, नाेखा, पूगल के 53 गांवाें में माेबाइल टावर लगाने का काम शुरू हाे गया है। ये वह गांव हैं जहां पर अभी तक किसी कंपनी का काेई माेबाइल टावर नहीं है। ऐसे में यहां टावर लगने के बाद नेटवर्क की समस्या खत्म हाेगी। साथ ही उपभाेक्ताओकाे 4 जी और 5 जी की सर्विस मिलेगी। प्रत्येक टावर लगाने पर करीब 40 लाख रुपए व्यय हाेंगे। इस काम काे नाै महीने में कंपलीट करने का लक्ष्य रखा गया है।

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Bikaner - 53 गांवाें में माेबाइल टावर लगने शुरू, इस साल मिलेगी 4जी सर्विस, हर साइट पर 350 एमबीपीएस की स्पीड
बीकानेर जिले के 53 गांवाें में माेबाइल टावर लगाने का काम शुरू

बीएसएनएल के सहायक महाप्रबंधक विपणन इंद्रसिंह ने बताया कि इतना नहीं देश में 4जी और 5जी की सर्विस इस वर्ष शुरू करने के लिए एक लाख बीटीएस ज्ञानी बेस्ट ट्रांस रिसीवर परचेज करने की प्रक्रिया शुरू हाे चुकी है ताकि नई सर्विस काे शुरू किया जा सके। अभी बीकानेर में 355 टावर लगे हुए हैं। बीएसएनएल समेत सभी कंपनियों के मिलाकर 23.50 लाख उपभोक्ता है। उन्होंने बताया कि 4 जी साइट शुरू करने काे लेकर पंजाब के फिराेजपुर में टेस्टिंग के साथ साइट शुरू हाे चुकी है।

खासबात यह है कि 4जी को देश की कंपनियों ने ही विकसित किया है। अभी तक विदेशी कंपनियाें के इक्विपमेंट लगे हुए थे। पहली बार देशी इक्विपमेंट बीएसएनएल 4जी में लगा है। दुनिया में सिर्फ पांच देशाें के पास ही मोबाइल टेक्नोलॉजी है। अब भारत में इस रेस में शामिल हाे गया है। अभी तक लाखों करोड़ विदेशी मुद्रा सिर्फ टेलीकॉम इक्विपमेंट खरीदने में खर्च हाेती थी। वह दिन दूर नहीं जब देश से टेलीकॉम इक्विपमेंट का निर्यात होगा। 4 जी एफडीडी और टीडीडी दोनों टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी। इसमें हर साइट को 350 एमबीपीएस का बैंडविथ दिया जाएगा। देश में किसी भी कंपनी के 4जी की एसी स्पीड नहीं होगी।