बीकानेर का दामोदर भी बना REET टॉपर:बारहवीं में जिले में टॉपर रहा दामोदर

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बीकानेर के नोखा में रहने वाले दामोदर ने साबित कर दिया कि सिर्फ सुविधाओं के दम पर इंसान सफल नहीं होता, बल्कि अभाव में रहकर भी कुछ कमाल किया जा सकता है। अपने पिता की तरह आदर्श टीचर बनने की इच्छा रखने वाले दामोदर पारीक ने REET लेवल वन में प्रदेशभर में पहला स्थान अर्जित किया है। दामोदर कुछ महीने पहले ही कनिष्ठ सहायक के रूप में सलेक्ट हुए और जोधपुर के एक गांव में कार्यरत है। उनका कहना है कि अब वो टीचर के रूप में काम करना चाहेंगे।

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मिडिया के साथ बातचीत में दामोदर ने बताया कि मेरी स्कूल एज्यूकेशन नोखा के ही भवानी स्कूल में हुई। इसके बाद नोखा के बागड़ी कॉलेज में ग्रेजुएशन की। तब तक सरकारी नौकरी करने की इच्छा थी। कनिष्ठ सहायक की परीक्षा दी तो उसमें पहले ही प्रयास में चयन हो गया। जोधपुर में शिक्षा विभाग में कार्यरत हूं लेकिन अब टीचर बनकर काम करने इच्छा हूं।

टीचर क्यों बनना चाहते हैं?

मेरे पिता भंवरलाल पारीक स्वयं टीचर है। उन्होंने जीवनभर बच्चों को तैयार किया। एक सुकून मिलता है बच्चों को पढ़ाकर। मैं भी उनकी तरह टीचर बनकर नई पीढ़ी को अच्छे रास्ते पर ले जाना चाहता हूं।

क्या उम्मीद थी आपको

मुझे अच्छे नंबर की उम्मीद थी। रीट में टॉप करने की उम्मीद कम थी लेकिन ये आश्चर्य नहीं है। मेहतन और वो भी सही दिशा में हो तो सफलता मिल ही जाती है। मैंने अपने स्तर पर जमकर मेहनत की ाी।

नौकरी करते हुए मेहनत कैसे की?

सरकारी काम पूरी निष्ठा से करने के बाद भी काफी समय मिल जाता है। इसी दौरान मैंने यूट्यूब चैनल, कई तरह के एप्स के माध्यम से तैयारी की थी। रीट से पहले कई तरह के टेस्ट हुए थे, जिसमें खुद को परखा जा सकता था। ऐसे टेस्ट मैंने अटेंड किए। इसका भी लाभ मिला।