लाभकारी गुणों से भरपूर है छाछ, लेकिन ये लोग भूलकर भी न पिएं

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श्रीडूंगरगढ़ न्यूज़ : खुद को हाइड्रेटेड रखना हर मौसम में जरूरी होता है। इसके लिए फ्रूट जूस, सोडा और शरबत के अलावा छाछ भी काफी फायदेमंद होता है। हालांकि, छाछ हर मौसम में और हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं है। छाछ दूध से बनने वाला एक बेहद फायदेमंद पेय है, जो दूध को मथकर मक्खन बनाते हुए मिलता है। मक्खन अलग हो जाने के कारण मथा हुआ दूध फैट फ्री हो जाता है और सेहत के लिए फायदेमंद हो जाता है।

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इसमें मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया के कारण यह स्वाद में थोड़ा खट्टा होता है, लेकिन छाछ प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन ए और डी का एक अद्भुत स्रोत है और इसका प्रोबायोटिक नेचर पाचन और मल त्याग में बहुत मदद करता है। छाछ पीने के और भी अनेकों फायदे हैं, जिसके बारे में आपने खूब पढ़ा होगा। लेकिन हम आपको आज छाछ पीने के साइड इफेक्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, साथ ही यह भी बताएंगे कि किन लोगों को छाछ का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।

छाछ के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?

बारिश में दही या छाछ खाने से गले में समस्या और सर्दी-जुकाम का खतरा बढ़ जाता है। गर्मियों में आप इन चीजों का सेवन कितना भी कर लें, लेकिन बारिश में दही, छाछ और लस्सी जैसी चीजों से दूरी बनाकर रखना चाहिए।

छाछ आपकी सर्दी को बढ़ा सकता है। बुखार, सर्दी और एलर्जी के दौरान रात में छाछ पीने की सलाह नहीं दी जाती है।

मक्खन निकालने के लिए मथने की प्रक्रिया में काफी समय लगता है, इससे बैक्टीरिया के बढ़ने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। ऐसे में मानसून सीजन में छाछ का सेवन हानिकारक हो सकता है। ये बैक्टीरिया बच्चों में सर्दी और गले में संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

किन लोगों को नहीं करना चाहिए छाछ का सेवन?

छाछ में सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है। ऐसे में जो लोग किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए छाछ को अच्छा नहीं माना गया है। अगर आप किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं तो इसे पीने से बचें।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।