आइए अब जानते है साल कि 10 बड़ी भविष्यवाणी के बारे में –
1 – देवगुरु बृहस्पति आपकी कुंडली में द्वादश और तीसरे भाव के स्वामी है और उनका गोचर आपके चौथे भाव में है। साल की शुरुआत में देव गुरु आपके इस भाव में मार्गी हो जाएंगे। देव गुरु के मार्गी होने से आपको उस भाव से जुड़े शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। आपके परिवार में सुख शांति स्थापित होगी। आप नया मकान लेने में सफल हो सकते है। इसके अलावा आपके घर में किसी बड़े मांगलिक कार्य का आयोजन भी हो सकता है। आपकी मां की सेहत भी अच्छी रहेगी।
2 – मकर राशि के जातकों के लिए शनिदेव पूरे साल 2024 में दूसरे भाव में गोचर करेंगे। इस भाव में शनि देव का गोचर आपको कोर्ट कचहरी के मामलों में थोड़ा उलझा सकता है। पैतृक सम्पत्ति के विवाद में भी आपको पूरी तरह से सावधान रहना होगा। अष्टम भाव पर शनि की दृष्टि होने से आपको अपने कार्यो में बाधाओं का सामना भी करना पड़ सकता है। हालांकि लाभ स्थान पर शनि का प्रभाव कारोबारी जातकों को अच्छा मुनाफा दिलवाने का भी काम करेगा। साल भर अत्यधिक मेहनत करनी होगी।
3 – ग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्य अपनी उच्च राशि में 14 अप्रैल को गोचर करेंगे और देव गुरु से 12 साल के बाद युति करेंगे। ऐसे में सूर्य गुरु की युति आपके चौथे भाव को प्रभावित करेगी। इस समय आपको अपनी योजनाओ के अच्छे परिणाम प्राप्त होने की पूरी सम्भावना है। शिक्षक वर्ग के लिए यह समय प्रसिद्धि और उन्नति का रहने वाला है। अगर आप राजनीति में है तो आपके लिए आगे बढ़ने का मौका अच्छा है। सरकारी नौकरी में भी चयन की खुशखबरी प्राप्त हो सकती है।
4 – साल 2024 में 1 मई के बाद देवगुरु बृहस्पति आपकी कुंडली के पंचम भाव में गोचर करेंगे जो कि एक बड़ा परिवर्तन लाने वाले है। इस साल मई के बाद का समय छात्र वर्ग के लिए बेहद शानदार रहने वाला है। प्रेम संबंधो में जो ग़लतफ़हमी थी वो अब खत्म हो जानी है। इसके अलावा आपके घर में बच्चे की किलकारी गूंजने वाली है। आपके भाग्य की वृद्धि होगी और अपने पिता और गुरुओं के सहयोग से आपका कोई नया काम भी शुरू हो सकता है। जीवन में मित्र भी सहायक सिद्ध होंगे।
5 – आपके लिए जब देव गुरु पंचम में गोचर करेंगे तो उनका प्रभाव आपके इच्छा पूर्ति के भाव एकादश भाव पर होगा। उसी समय शनि देव भी अपनी दृष्टि से उस भाव को प्रभावित करेंगे। ऐसे में आपको इस भाव से जुड़े अच्छे परिणाम प्राप्त होने की पूरी उम्मीद है। साल 2024 के दूसरे हिस्से में आपकी लगभग हर मनोकामना गुरु और शनि की कृपा से पूरी होने जा रही है। इस समय जीवन में ना सिर्फ लाभ होगा बल्कि एक से अधिक आय के स्तोत्र भी आपके बन सकते है।
6 – ग्रहों के सेनापति कहे जाने वाले मंगल देव 15 मार्च को कुम्भ राशि में प्रवेश कर शनिदेव के साथ युति का निर्माण करेंगे। 23 अप्रैल तक आपके दूसरे भाव में मंगल शनि की युति रहने वाली है। ये दोनों पाप ग्रह है ऐसे में इन दोनों की युति से आपकी वाणी में कठोरता आ सकती है। आप अपने परिवार के खिलाफ जाकर कोई निर्णय ले सकते है। आपको कोर्ट से जुड़े मुकदमों में हार सामना करना पड़ सकता है। मंगल शनि की युति से आपको अपने जीवन में आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है।
7 – मकर राशि के जातकों के लिए मायावी ग्रह राहु का गोचर पूरे वर्ष तीसरे भाव में रहने वाला है। ऐसे में आपको पूरे साल राहु देव की कृपा से अच्छा फल प्राप्त होगा। इस भाव में बैठकर राहु आपका नया काम शुरू करवा सकते है। राहु के कारण आपके साहस और पराक्रम की वृद्धि होगी। इस साल काम के सिलसिले में कुछ यात्राएं होगी जो आपके पक्ष में जायेगी। भाई बहनों से अगर कोई मनमुटाव था तो वो भी इस साल दूर होने की उम्मीद है। आपकी कंपनी को नए निवेशक भी मिल सकते है।
8 – भौतिक सुख सुविधा और स्त्री के कारक ग्रह शुक्र 31 मार्च को मीन राशि में प्रवेश कर उच्च के हो जायेगे और बलवान होकर अपने शुभ फल प्रकट करेंगे। इस दौरान 31 मार्च से 24 अप्रैल तक मीन राशि में राहु शुक्र की युति होगी। इस समय आपको किसी महिला का सहयोग प्राप्त होगा। सिनेमा जगत से जुड़े जातकों के लिए यह गोचर बहुत ही अच्छा रहने वाला है। अगर आप महिला है तो आपको विदेशी भूमि से लाभ होगा। आप अपने व्यापार की वृद्धि करने में सफल होगी और अच्छा मुनाफा प्राप्त होगा।
9 – रहस्य और आध्यात्म के ग्रह केतु पूरे साल आपके भाग्य स्थान में गोचर करने वाले है। इस साल ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आपकी रूचि धर्म और आध्यात्म में बढ़ी हुई रहने वाली है। केतु की लग्न पर दृष्टि है ऐसे में आपके जीवन में इस वर्ष धर्म का प्रभाव अधिक रहने वाला है। इस वर्ष आप धार्मिक यात्राओं पर भी जा सकते है और जीवन को एक नए नज़रिये से देखने की कोशिश करेंगे। साल के मध्य में किसी जंगल की सैर भी आप करेंगे। छात्र वर्ग को तकनीक से जुड़े मामलों में और शोध कार्यो में तरक्की मिलने वाली है।
10 – अगर प्रेम संबंधों की बात की जाए तो साल की शुरुआत में पंचम भाव पर केतु की दृष्टि के कारण प्रेमी से कुछ मनमुटाव हो सकता है। वैवाहिक जीवन में भी थोड़ी कठिनाई दिखाई दे रही है। मई के बाद देव गुरु का गोचर पंचम भाव से होगा जिससे प्रेम में स्थिरता आएगी। इस साल आपका प्रेमी पूरी तरह से आपसे संतुष्ट रहने वाला है। जिनका विवाह हो गया है वो अपनी पत्नी के साथ अच्छा सुख का अनुभव करने वाले है। साल के अंत आप अपनी पत्नी के साथ किसी विदेश यात्रा पर भी जा सकते है।