श्री डूंगरगढ़ न्यूज़ बीकानेर: माहेश्वरी पब्लिक स्कूल में गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्या श्री मति डॉ. श्रेया थानवी ,ट्रस्टीगण नारायण चांडक ,तोलाराम पेडीवाल ने महर्षि वेदव्यास के तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया।
इस मौके पर विद्यालय के अध्यापकों ने गुरूअष्टकम पाठ किया। वहीं विद्यालय के कुछ विद्यार्थियों ने गुरूपूर्णिमा,भारतवर्ष की समृद्ध गुरु-शिष्य परंपरा पर एक सुंदर नाटक प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि महोदया दमयंती के द्वारा आर्ट ऑफ लिविंग के महत्वपूर्ण सूत्र बताए गए। प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि महर्षि वेदव्यास ने वेदों पर भाष्य लिखकर वेदों के निहित ज्ञान को हम सभी के लिए सर्वसुलभ बनाया। यही कारण है कि सनातन धर्म ने उन्हें गुरु की उपाधि दी। महर्षि वेदव्यास का जन्म आषाढ़ पूर्णिमा के दिन हुआ था। अत: आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है।
विद्यालय के शिक्षक विजय किराडू ने अपने संबोधन में कहा कि माहेश्वरी पब्लिक स्कूल प्राचीन गुरु शिष्य परंपरा को बनाए रखने का प्रयास करती है। क्योंकि यहां के शिक्षक समयनिष्ठ एवं कर्तव्यनिष्ठ होते हैं।
कार्यक्रम में विद्यालय के विद्यार्थियों ने विद्यालय के सभी आचार्य-आचार्याओं तथा अन्य कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार के उपहार देकर सम्मानित किया। विद्यालय के ट्रस्टी तोलाराम पेडीवाल ने बच्चों को प्रथम गुरु मां का महत्व बताया और अपनी माता के चरण स्पर्श के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में मंच का संचालन राघव राज पारीक और जैजैवन्ति आचार्य किया ,तथा विद्यालय की शिक्षिका सुमन चौधरी और ममता स्वामी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।