बीकानेर के लूणकरनसर में एक युवक और युवती ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। दोनों रिश्ते में जेठ और बहू थे। मरने से पहले युवक ने रात बारह बजे लड़की के साथ फोटो लगाते हुए गाने का स्टेट्स लगाया। इसमें कहा गया कि “देखना एक दिन मेरे लिए भी गाना बजेगा, चला गया चांद कहां? आसमां को छोड़ के।” दोनों के शवों के चिथड़े उड़ गए, जो अब लूणकरनसर अस्पताल पहुंचाए गए हैं।
देर रात करीब दो बजे के बीच नाथवाणा की तरफ लूणकरनसर से निकलने वाली अबोहर-जोधपुर रेल के नीचे आकर दोनों ने जान दे दी। दोनों एक साथ थे। ट्रेन से टकराने से दोनों के शरीर के कई टुकड़े हो गए। मौके पर ही मौत हो गई। देर रात करीब दो बजे बाद टाइगर फोर्स के महिपाल सिंह के पास सूचना आई। मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। लूणकरनसर पुलिस भी मौके पर पहुंची। बाद में पता चला कि लड़का महावीर बिश्नोई (25) निवासी सहनीवाला है। लड़की सोफिका बिश्नोई (28) साल है। लड़की की शादी महज सात महीने पहले फूलदेसर में मुकेश बिश्नोई से हुई थी। मुकेश मृतक महावीर के बुआ का लड़का है। पुलिस इस पूरे मामले की अब छानबीन कर रही है।
एक नहीं, अनेक स्टेट्स
महावीर ने रात बारह बजकर 12 बजकर 14 मिनट पर पहला स्टेट्स लगाया। जिसमें “चला गया चांद कहां, आसमां को छोड़कर” गाना लगाया और बेकग्राउंड में सोफिका की अनेक फोटो लगाई और MISS YOU लिखा है। एक मिनट ही दूसरा स्टेट्स लगाया, जिस में बेक ग्राउंड में कहा गया कि आज हूं तो मेरी कद्र नहीं है, लेकिन याद रखना जिस दिन खो दोगे, उस दिन मुस्कुराते हुए भी रो दोगे। फिर 12.20 पर स्टेट्स लगाया कि “सबसे अच्छी चीज मौत है..!!”, अंतिम स्टेट्स भी रात 12.25 पर लगाया। जिसमें एक वीडियो कॉल का स्टेट्स लगाया है। ये मोबाइल नंबर सोपूजी नाम से सेव किया हुआ था।
गांव में सनसनी
इस घटना के बाद लूणकरनसर कस्बे और मृतकों के गांवों में सनसनी फैल गई है। हर कोई हतप्रभ है कि इस तरह भी कोई अपनी जान दे सकता है? दोनों कब घर से निकले और कब रेल की पटरियों पर पहुंच गए, ये स्पष्ट नहीं हुआ है।
परिजनों को किया था फोन
बताया जा रहा है कि लड़की ने अपने पीहर में फोन करके भी बताया था कि आज उसका अंतिम दिन है। इसके बाद से परिजन उन्हें ढूंढ रहे थे। देर रात ट्रेन से कटने की जानकारी मिली।