श्री डूंगरगढ़ न्यूज: नवरात्रा में जब घर-घर में कन्या पूजा हो रही है ऐसे में एक नवजात कन्या की जन्म लेते ही माता-पिता और परिजनों ने जान ले ली। पीबीएम अस्पताल में कन्या के जन्म लेते ही परिजनों ने उसकी जान लेने की योजना बना ली। नवजात और उसकी मां को डॉक्टर की इजाजत के बिना ही घर ले गए। लोक लाज के कारण देर रात नवजात को नहर में फेंक दिया जिससे उसकी मौत हो गई। बच्ची के हाथ में पीबीएम का टैग लगा था जिससे मामले का हुआ खुलासा। 19 सितंबर को जामसर थाना पुलिस को कंवरसेन लिफ्ट से करीब 20 किमी दूर 13 आरडी नहर में नवजात बच्ची का शव मिला था।
पुलिस ने नवजात का शव पीबीएम अस्पताल में रखवाकर छानबीन की तो सामने आया कि परिजनों ने ही नवजात को नहर में फेंककर उसकी जान ले ली है। लूणकरणसर में खारी कुजटी निवासी निवासी पदमा (18) की खाजूवाला निवासी राहुल से शादी हुई थी, लेकिन गौना नहीं हुआ था। दोनों का आपस में मिलना-जुलना था। इस दौरान पदमा गर्भवती हो गई। 15 अक्टूबर को पदमा के पेट में दर्द हुआ तो उसे पीबीएम अस्पताल ले जाया गया। रात को 12.50 बजे पदमा की डिलीवरी हुई और उसने कन्या को जन्म दिया। इससे नाखुश पदमा की मां राधा, चाचा काशीराम और रिश्तेदार सुरेश ने नवजात को मारने की योजना बना ली। देर रात को ही पदमा और नवजात को डॉक्टर-नर्स को बताए बिना ही अस्पताल से ले गए। अगले दिन नवजात को धीरेरा गांव में कंवरसेन लिफ्ट के पास नहर में फेंक दिया जिससे उसकी मौत हो गई।
कन्याओं को मारें नहीं, उन्हें अस्पताल के पालनहार झूले में छोड़ दें
पीबीएम अस्पताल में जनाना अस्पताल के मुख्य द्वार के पास पालनहार झूला लगा है। अगर कोई अनचाहे बच्चे को अपने पास नहीं रखना चाहता तो इस पालनहार झूले में छोड़ सकता है। उससे कोई पूछताछ नहीं करेगा। उसे किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। इस तरह बच्चे की जान भी बचेगी और नहीं रखना चाहता, उसका उद्देश्य भी पूरा हो जाएगा। इसलिए नवजात बच्चों को मारे नहीं, उनकी जान बख्शें। अस्पताल के पालनहार झूले में छोड़ जाएं। समाज कल्याण एवं अधिकारिता विभाग बच्चे की देखरेख और पालन पोषण करेगा।
नहर में नवजात बच्ची का शव मिलने के बाद अज्ञात परिजनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। एएसआई बाबूलाल, हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, कांस्टेबल रामनिवास व अविनाश की टीम को परिजनों का पता लगाने का जिम्मा सौंपा। पुलिस परिजनों तक पहुंची तो बच्ची को पैदा होते ही मारने की वारदात का खुलासा हो गया। – इन्द्रकुमार, जामसर थाना एसएचओ