Sridungargarh News: एक युवक ने बाएं (लेफ्ट) कान में मवाद आने और खुजली होने पर सरकारी अस्पताल में डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने जांच के बाद उसको दवा दी और ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। इसके बाद युवक ऑपरेशन करवाने के लिए अस्पताल में भर्ती हो गया। यहां डॉक्टर ने उसे बेहोश किया और ऑपरेशन कर दिया। जब युवक को होश आया तो उसे दाएं (राइट) कान में भारीपन महसूस हुआ। जब उसने मोबाइल के कैमरे में देखा तो सामने आया कि डॉक्टर ने लापरवाही से उसके दाएं कान का ऑपरेशन कर दिया। मामला चूरू जिले के डीबी अस्पताल का है।
जानकारी के अनुसार सीकर जिले की फतेहपुर तहसील के नारसरा गांव निवासी रोहिताश (30) के लेफ्ट साइड के कान में काफी दिनों से खुजली और मवाद आने की शिकायत थी। इस पर उसने 10 जुलाई को डीबी अस्पताल में ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. श्रद्धा शर्मा को अपना कान चेक करवाया था। डॉक्टर की सलाह पर 13 जुलाई को रोहिताश कान के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती हो गया। यहां सभी जांच के बाद 14 जुलाई को दोपहर में डॉ. श्रद्धा शर्मा ने उसके कान का ऑपरेशन कर दिया।
होश आने पर पता चला राइट साइड के कान का कर दिया ऑपरेशन
शाम करीब 4 बजे रोहिताश को होश आया तो उसको राइट साइड के कान में भारीपन महसूस हो रहा था। इस पर उसने अपना मोबाइल लिया। उसने मोबाइल कैमरे से देखा तो पता चला कि डॉक्टर ने उसके राइट साइड के कान का ऑपरेशन कर दिया है। परिजनों ने इसको लेकर डॉक्टर से बात की। डॉक्टर ने उनको बताया कि रोहिताश के दोनों कान में बीमारी थी। राइट कान में हड्डी गलने वाली थी, इसलिए प्राथमिकता के साथ उसका ऑपरेशन किया गया है।
मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल ने बनाई जांच कमेटी
मरीज के परिजनों और रिश्तेदारों ने शनिवार को सुबह डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा कर दिया। मामला बढ़ता देख मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. बीके बिनावरा, मेडिकल कॉलेज सुपरिटेंडेंट डॉ. हनुमान जयपाल, डॉ. विकास देवड़ा सहित अन्य डॉक्टर वार्ड में पहुंचे और मरीज के परिजनों से बात की। मामले की जांच करने के लिए डॉक्टरों की एक कमेटी गठित की। यह कमेटी जांच पूरी कर रिपोर्ट देगी।