श्री डूंगरगढ़ न्यूज़। कस्बे के धीरदेसर पुरोहितान निवासी योग समिति के प्रदेश संरक्षक योगाचार्य ओम कालवा ने जानकारी देते हुए बताया। राजस्थान सरकार ने प्रदेशवाशियों की स्वास्थ्य सेवाओं को दुरस्त करने के लिए प्रदेश में ” निरोगी राजस्थान ” अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान को चलाने के पीछे का कारण वर्तमान समय में लोगों की अस्त व्यस्त दिनचर्या, शारीरिक – मानसिक – भावनात्मक अवसाद, गलत खान – पान, प्राकृतिक चीजों का सेवन न करना तथा सबसे बड़ा कारण कोरोना वैश्विक महामारी में हुई जनहानि इत्यादि इस दौरान देश व प्रदेश की सरकारों का आर्थिक बजट डगमगा गया है।
कोरोना वैश्विक माहामारी में पूरी दुनिया ने देखा ओर माना भी योग के चमत्कार को ओम कालवा ने यह भी बताया योग कोई आज की या नई पद्धति नहीं है। ये तो हजारों साल पुरानी हमारे ऋषि – मुनियों की पूर्णतया वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति है। इसके फायदे हैरतअंगेज, अद्भुत, अकल्पनीय, अविश्वसनीय, जो शरीर को सौ सालों तक निरोग रखने में सहायक है।
नियमित योग शिक्षक के निर्देशन में इसका अभ्यास किया जाए तो शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक स्तर से व्यक्ति पूर्णतया स्वस्थ हो सकता है। कालवा ने योग समिति के हजारों योग शिक्षकों के माध्यम से प्रदेश की सरकार को एक बार नहीं अनेकों बार अवगत करवाया। कि प्रदेश में पीछले बीस सालों से मान्यता प्राप्त विश्व विद्यालयों में योग विषय में बिएसी से लेकर पीएचडी तक के कोर्स करवा रही है। ओर फिर भी प्रदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त हजारों योग शिक्षक बेरोजगार बैठे है।
कालवा ने बताया योग पद्धति को सरकार अगर धरातल पर लागू करती है। तो निरोगी राजस्थान का सपना साकार होने के साथ साथ भविष्य में होने वाले अनेक प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं। कालवा ने बताया वर्तमान समय में सबसे ज्यादा स्वास्थ्य के क्षेत्र में पैसा जो खर्च हो रहा है। फिर भी दिन प्रति दिन स्वास्थ्य लोगों का गिरता ही जा रहा है।
कालवा ने कहा योग किसी जाति या धर्म विशेष की नहीं ये तो सम्पूर्ण मानव समाज के कल्याण के लिए है। अतः बिना देरी किये ही इस चिकित्सा पद्धति को खेल, स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा नीति में लागू कर देना चाहिए।