योग चिकित्सा पद्धति के योग शिक्षकों को किया जा रहा है दरकिनार – प्रदेश संरक्षक ओम कालवा

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श्री डूंगरगढ़। प्रदेश के योग शिक्षकों का नेतृत्व करने वाली संस्था राजस्थान योग शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश संरक्षक ओम कालवा ने बड़े आंदोलन की चेतावनी देते हुए बताया।किसी भी क्षेत्र विशेष में गुरु, उस्ताद या शिक्षक की भूमिका सर्वोपरि होती है गुरु या शिक्षक को राष्ट्र निर्माता भी कहा जाता है यदि सचमुच ऐसा है तो शायद इसी के लिए गुरु को भगवान से ऊपर का दर्जा दिया गया है लेकिन यहां कथनी और करनी में बड़ा फर्क है यूं तो सरकारें देशवासियों को फिट और हिट बनाने के लिए तमाम नारे दे रहे हैं वर्तमान समय में जहां स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिस चिकित्सा पद्धति की सख्त आवश्यकता है वहां योग शिक्षकों व सनातन भारतीय योग चिकित्सा पद्धति को दरकिनार किया जा रहा है।

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सरकारी नौकरी का सपना देख रहे योग में उच्च शिक्षा प्राप्त लाखों बेरोजगार योग शिक्षक लंबे समय से निशुल्क कार्यक्रमों के माध्यम से देशवासियों को आरोग्य प्रदान कर रहे हैं और आस लगाए बैठे हैं कभी ना कभी भर्ती निकले और ” स्वस्थ भारत – समर्थ भारत ” का सपना साकार हो।

बेरोजगार योग शिक्षकों के रोजगार की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है जिसके हाथों स्वस्थ समाज की नींव रखी जा सकती है हालांकि देश की सरकारें सभी प्रदेशों में स्वास्थ्य शिक्षा को प्रोत्साहन देने की बात करती है और तो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सन 2014 में इस भारतीय योग चिकित्सा पद्धति को 21 जून के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृति प्रदान करवा चुके हैं विश्व शांति के लिए 21 जून को संसार योग दिवस मना कर 1 दिन के लिए फॉर्मेलिटी पूरी कर लेते हैं।

लेकिन योग शिक्षकों के प्रोत्साहन और जीवन यापन के लिए सरकारों के पास कोई योजना नहीं है और खेलो इंडिया में भी योग को शामिल किया जा चुका है बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए योग बहुत ही कारगर पद्धति है पहला सुख निरोगी काया शास्त्रों में प्राचीन काल से लिखा गया है एक जमाना था जब देश के सभी स्कूलों का पहला सबक व्यायाम और पीटी के साथ शुरू होता था

गैर सरकारी संस्थाओं के बढ़ने से धीरे-धीरे यह परंपरा समाप्त सी होती जा रही है और स्वास्थ्य का स्तर भी दिनों दिन गिरता जा रहा है आधुनिक काल में सभी वर्गों के लोग तनाव में जीवन यापन कर रहे हैं कोरोना काल के चलते सभी योग शिक्षक बेरोजगार होते हुए भी निशुल्क कार्यक्रमों के माध्यम से वायरस से बचाव व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कार्य किया और कर रहे हैं भविष्य में भी रोग निवारण के लिए योग चिकित्सा पद्धति रामबाण साबित होगी और प्रदेश संरक्षक ओम कालवा, प्रदेश अध्यक्ष योगाचार्य रामावतार यादव, प्रदेश महासचिव योग गुरु मनोज सैनी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राकेश कुमार तुनवाल इत्यादि सभी पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए बताया योग शिक्षकों को रोजगार नहीं मिला तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।