श्री डूंगरगढ़ न्यूज़ || राज्य सरकार ने आधी रात को 39 आईपीएस अफसरों को इधर-उधर किया, इनमें 8 जिला पुलिस अधीक्षकों को नोन फील्ड कर दिया गया। बड़े अफसरों में मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगे आईजी संजय कुमार श्रोत्रिय को जयपुर रेंज आईजी जैसी बड़ी पोस्टिंग दी गई है। वे 10 माह में रिटायर होने वाले हैं।
आईजी हवासिंह घुमरिया अब एडीजी सौरभ श्रीवास्तव की जगह कानून-व्यवस्था देखेंगे। अजमेर एसपी की वहां के रेंज आईजी से पटरी नहीं बैठी। जिलों में युवा अफसरों को तव्वजो दी गई। खासकर जिनका ट्रैक रिकॉर्ड ठीक रहा है उन्हें बड़े जिलों की जिम्मेदारी दी गई। नोन फिल्ड से फिल्ड पोस्टिंग भी दी गई।
श्रोत्रिय अगले साल अगस्त में होंगे रिटायर: आईजी संजय कुमार श्रोत्रिय 2018 में जब से सरकार आई थी तब से ही सीएम सुरक्षा एवं विजिलेंस में लगे हैं। यहीं पर रहते डीआईजी से आईजी बनें। अब अगले साल अगस्त में रिटायरमेंट है, ऐसे में फिल्ड पोस्टिंग मिली है। वैसे 2013 में स्टेट कैडर से प्रमोट होकर आईपीएस बने। सिर्फ जयपुर ग्रामीण में एसपी के तौर पर इकलौती फिल्ड पोस्टिंग रही है।
जैदी को लगाना था, इसलिए राहुल को एसओजी भेजा
डीआईजी हैदर अली जैदी की पोस्टिंग एक तरह से पॉलिटिकल है। उन्हें जयपुर में एडजस्ट करना था। एसपी रहते भी वे कमिश्नरेट में रहे हैं। इसलिए, एडिशनल कमिश्नर-द्वितीय राहुल प्रकाश को एसओजी भेजा गया और उनकी जगह जैदी को लगाया गया।
आईजी घुमरिया के तबादले ने चौंकाया
जयपुर रेंज आईजी हवासिंह घुमरिया का तबादला चौंकाने वाला रहा। चर्चा यहां तक चल रही थी कि वे अगले जयपुर पुलिस कमिश्नर हो सकते हैं, लेकिन अचानक उन्हें जयपुर जैसी महत्वपूर्ण रेंज से भी हटा दिया गया। दो तरह की बातें हैं। पहली- संजय क्षोत्रिय को एडजस्ट करना था। दूसरा- उन्हें एडीजी की जगह कानून-व्यवस्था का जिम्मा दिया गया है, ताकि यूं नहीं लगे कि उन्हें कमजोर पोस्टिंग दी गई है।
जालोर एसपी को शायद हनुमानगढ़ की लगी नजर : 42 सेकेंड के वायरल वीडियो में जालोर एसपी श्याम सिंह नप गए। एक अक्टूबर को दलित से मारपीट की घटना का वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ भी लिया, लेकिन हनुमानगढ़ की घटना में जिस तरह से पुलिस ने एसपी का बचाव किया यहां फिर कोई गुजाइंस रह नहीं गई थी। इसलिए श्याम सिंह को आरएससी की 14वीं बटालियन में कमाडेंट बनाकर भेज दिया।
ट्रांसफर-पोस्टिंग मौखिक आदेश की शिकायतें ले डूबी : एसपी कोटा ग्रामीण शरद चौधरी के खिलाफ ट्रांसफर-पोस्टिंग में अनियमितता की शिकायतें पुलिस मुख्यालय को मिली थी। इस कारण करीब दो महीने पहले विजिलेंस ने एसपी ऑफिस पर छापा मारा था, जहां शिकायतें सही मिली। रिपोर्ट सरकार के स्तर पर पहुंचा दी गई थी। शरद को अब सीआईडी-सीबी में भेजा गया है।
भाई की वजह से विवादों में घिरीं बीकानेर एसपी
बीकानेर एसपी प्रीति चंद्रा को भी नोन फिल्ड कर दिया गया है। भाई के जमीन विवाद को लेकर एक मामला एसीबी में दर्ज किया गया है। आरोप है कि पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से एसपी के भाई का साथ दिया। अजमेर एसपी जगदीश चंद्र शर्मा की आईजी एस सेंगाथिर से पटरी नहीं बैठी।
स्थानीय राजनीति भारी पड़ गई बूंदी एसपी पर
झालावाड़ एसपी डा. किरण कैंग संधू दिल्ली जाना चाहती थीं। वहीं, बूंदी एसपी शिवराज मीणा कांग्रेस की स्थानीय राजनीति के शिकार हो गए। मंत्री अशोक चांदना ने भी कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे। पाली एसपी कालूराम रावत के तबादले की वजह सामने नहीं आई। दो महीने बाद 2008 बैच के अधिकारी डीआईजी बनने वाले हैं। उनमें ये भी शामिल हैं। झुंझुनूं में आईपीएस प्रदीप मोहन शर्मा को एडजस्ट करना था, इसलिए मनीष त्रिपाठी को वहां से एसओजी भेजा गया।
आरटीडीसी: नहीं मिला आईएएस
जयपुर, एक बार फिर राजस्थान पर्यटन विकास निगम के एमडी को हटाया गया है। 34 महीने में यहां छठी बार आईएएस का ट्रांसफर है। इस बार तो एमडी निकया गोहाएन को हटाने के बाद किसी और को लगाया ही नहीं गया।