प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कुछ कम हुआ तो अब ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) ने नई मुसीबतें पैदा कर दी हैं। प्रदेश में 8 दिन के अंदर ही 1660 मरीज बढ़कर 800 से 2460 तक पहुंच गए। एक सप्ताह में इतनी बड़ी संख्या में ब्लैक फंगस के रोगी देश में और कहीं नहीं बढ़े। ऐसे में सरकार के हाथ-पांव फूल गए हैं। हालात बद से बदतर होने की स्थिति को देखते हुए सरकार ने दो विशेष विमानों से ब्लैक फंगस के इलाज में उपयोग हाेने वाले 5550 इंजेक्शन मंगाए हैं।
देश में ब्लैक फंगस की रोकथाम के लिए सबसे अधिक वॉयल खरीदने वाला भी राजस्थान पहला राज्य बन गया है। प्रदेश सरकार ने कुल 60,000 इंजेक्शन वाॅयल खरीदने का आर्डर जारी किया है। हालांकि, अचानक रोगी बढ़े तो शनिवार को दो विशेष विमान भेजकर 1000 और 1350 वाइल्स मंगाई। ये मिल चुकी हैं। बाद में 3000 वॉयल और आई। यानी कुल 5550 पहुंचने से थोड़ी राहत मिली है।
चिकित्सा मंत्री बोले- केंद्र ने 23 दिन में सिर्फ 16 हजार इंजेक्शन ही दिए
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि 11 मई से भारत सरकार ब्लैक फंगस के उपचार में काम आने वाले इंजेक्शन लिपोसोमोल एमफोटरसिन-8, 50 एमजी का आवंटन कर रही है। राजस्थान को 11 मई से 3 जून तक सिर्फ 16,000 इंजेक्शन ही दिए गए। प्रदेश में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए केंद्र से कोटा बढ़ाने के लिए लगातार चर्चा की गई।
केंद्र ने 4 जून को पहली बार एक साथ 13,350 इंजेक्शन राजस्थान को आवंटित कर दी। दवा मंगाने के लिए तीनों स्तरों पर कार्य किया गया है। राज्य सरकार ने विशेष विमान दिल्ली से मुंबई भेजा। यह 1000 वॉयल लेकर जयपुर पहुंचा। एक अन्य विमान से भी 1350 वाइल भी प्राप्त हा चुकी हैं। डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि शेष 9000 वॉयल्स विशेष कोल्ड स्टोरेज कंटेनर में आगामी दो दिनों में पहुंच जाएंगी। इस तरह प्रदेश को 2 दिनों में 14,350 वाइल प्राप्त होगी।
आगे… 10 हजार एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन के ऑर्डर पहले दिए थे, 10 हजार और मंगाए
आरएमएससीएल के प्रबंध निदेशक आलोक रंजन ने शनिवार शाम स्टेट हैंगर पर वॉयल्स प्राप्त की। उन्होंने बताया कि कैडिला फार्मा से भी लगभग 3000 वाइल्स शनिवार देर रात एयरपोर्ट पहुंच जाएंगी। आरएमएससीएल ने 10,000 लिपिड़ एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन खरीदने के आदेश दिए हैं।
पोसाकोनाजॉल टैबलेट जिसका उपयोग स्टेप डाउन थेरेपी और अल्टरनेट चिकित्सा में होगा, उसके 5000 टैबलेट पहले ही एसएमएस और संभागीय मेडिकल कॉलेजों में दी हैं। शनिवार को 10,000 पोसाकोनाजॉल टैबलेट, 10,000 इंजेक्शन खरीद के भी आदेश दिए हैं। आपूर्ति एक सप्ताह में होना संभावित है।
- राजस्थान को शनिवार तक कुल 29,350 पोसाकोनाजॉल टैबलेट आवंटित हुई हैं, जिनमें से 12, 802 ही मिलीं।
इधर, 66 दिन बाद 1000 से कम कोरोना रोगी मिले
सबसे सुखद शून्य… दूसरी लहर में पहली बार 16 जिलों में किसी की मौत नहीं हुई
प्रदेश में 66 दिन बाद शनिवार को 1000 से कम 942 नए रोगी मिले। यही पॉजिटिव दर भी 1.74% रही। प्रदेश में 24 घंटे के दौरान 53,944 सैंपल लिए गए और 942 रोगी मिले। इसके अलावा 16 अप्रैल के बाद सबसे कम 32 मौतें हुई। सबसे बड़ी राहत यह है कि दूसरी लहर में पहली बार 16 जिलों में किसी की मौत नहीं हुई। अब कुल मौतों की संख्या 8631 हो चुकी है। एक्टिव रोगी भी 21,550 रह गए हैं। रिकवरी दर बढ़कर 96.80% हो गई है। 100 से ज्यादा पॉजिटिव रोगी केवल जयपुर में 170, अलवर में 133 पाए गए।
जयपुर में शनिवार को 7, जोधपुर में 3, उदयपुर में 4 और अलवर में 2 मौतें हुई। कुल 32 की 18 मौतें केवल 4 जिलों में हुई जो 57% है। 18 जिलों में 500 से कम रह गए एक्टिव होगी प्रदेश के 18 जिलों में एक्टिव रोगियों की संख्या अब 500 से कम रह गई है। 1000 से अधिक एक्टिव होगी अलवर में 1754, श्री गंगानगर में 1126, हनुमानगढ़ में 1201, जयपुर में 4457, जोधपुर में 1563 और उदयपुर में 1107 रह गए हैं।