बीकानेर के कोलायत से मिट्टी सहित अन्य खनिज सामग्री के परिवहन की रॉयल्टी को लेकर दो पक्ष आमने सामने हो गए हैं। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि इनके बीच हर रोज झगड़े हो रहे हैं जो कभी भी बड़े तनाव का कारण बन सकता है।
पिछले चौबीस घंटे में गजनेर थाने में दो पक्षों की ओर से चार एफआईआर दर्ज करवाई गई है। करमीसर फांटे पर रॉयल्टी और रवन्ना के विरोध में रास्ता जाम करने वाले प्रभुदयाल गोदारा उनके साथियों पर मारपीट की एफआईआर दर्ज हुई है
तो प्रभुदयाल के साथियों ने भी दूसरे पक्ष पर मारपीट और हथियारों के उपयोग के आरोप लगाते हुए एफआईआर करा दी है। इसमें आर्म्स एक्ट की धाराएं जोड़ी गई हैं।
पुलिस ने इस मामले को अब तक गंभीरता से नहीं लिया है लेकिन आने वाले दिनों में ये तनाव बढ़ सकता है।
नोखा के मोहन सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रभुदयाल गोदारा ने अपने साथियों से पिस्तौल निकालकर रॉयल्टी वालों को मारने के लिए कहा था। बजरी व सिलिका भरी गाडिय़ों को बिना रॉयल्टी निकालने का प्रयास किया गया। दूसरी तरफ से हनुमान राम ने एफआईआर करवाते हुए मोहन सिंह, तेजू सिंह व प्रदीप सिंह पर मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि तीस जून की रात करीब ढाई बजे रॉयल्टी व रवाना कटवाने गए तो दो गाडिय़ों में सवार लोगों ने पहले वाहन को टक्कर मारी और बाद में रुपए छीनकर भाग गए।
बीकानेर के बंगला नगर निवासी रामस्वरूप ने एक अन्य एफआईआर में भी मोहन सिंह, तेजू सिंह, प्रदीप सिंह, जेडी उर्फ जयदेव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। नोखा के ही सुनील ने भी मोहन सिंह आदि पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है। इसके अलावा 15-20 अन्य लोगों के भी झगड़े में शामिल होने के आरोप हैं।