Last Updated on 15, May 2021 by Sri Dungargarh News
इस लेख में आप ये बिंदु पढ़ेगें |
• फेपड़ों को संक्रमण से बचाती है इलायची • न्यूमोनिया में भी लाभदायद है इलायची • इम्यूनिटी को बनाती है मजबूत |
श्री डूंगरगढ़ न्यूज हेल्थ || इलायची का प्रयोग भारत के लगभग सभी के घरों में होता है. स्वाद के साथ -साथ इलायची सेहत के लिए भी काफी लाभदायक होती है. रिसर्च के मुताबिक इलायची फेफड़ों के लिए काफी फायदेमंद होती है.
आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में….
जाने माने एक न्यूट्रीशनिस्ट के अनुसार, वर्तमान समय जब प्रदूषण और संक्रमण की समस्या बढ़ रही है. ऐसे में हमे प्रतिदिन इलायची का सेवन करना चाहिए.
फेपड़ों को संक्रमण से बचाती है इलायची
इलायची में सीनेओल नामक तत्व मौजूद होता है, जो एंटीमाइक्रोबियल और एंटीसेप्टिक होता है. यह फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टिरिया की रोकथाम करने में सक्षम होता है. विशेष रूप से अस्थमा के रोगियों के लिए यह काफी फायदेमंद होता है.
ये भी पढ़े :-फेफड़ों के लिए फायदेमंद होते हैं पीपल के पत्ते!, जाने इसके चमत्कारी लाभ
न्यूमोनिया में भी लाभदायद है इलायची
इलायची ब्रोंकाइटिस,न्यूमोनिया आदि में भी फायदेमंद होती है. अधिक प्रदूषण के कारण एक्सपोजर से रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट की लाइनिंग में इंफ्लेमेशन हो सकता है. इलायची के सेवन इंफ्लेमेशन पर लगाम लगाया जा सकता है.
इम्यूनिटी को बनाती है मजबूत
इलायची रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजूबत करती है. यह एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट होती है. यह रेस्पिरेटरी सिस्टम की एजिंग को कंट्रोल करने के साथ पॉल्यूशन के कारण होने वाले फ्री रेडिकल डैमेज से भी लड़ सकती है.
कैसे करें इलायची का सेवन
इलायची का सेवन अलग-अलग तरीके से कर सकते हैं. आप चाहे तो इसका सेवन चाय के साथ भी कर सकते हैं. इसके लिए आप चाय बनाते समय दो या तीन इलायची को कूटकर डाल सकते हैं. इसके अलावा आप वेज पुलाव में भी इलायची का इस्तेमाल कर सकते हैं.
नोट –बता दें कि जिन लोगों को गाल ब्लैडर स्टोन की समस्या होती है, उन्हें इलायची के इस्तेमाल से बचना चाहिए या स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से परामर्श करने के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए. इलायची का सेवन एक से दो मात्रा में ही करना चाहिए.
डिस्क्लेमर- यहां बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं. यहां दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के तौर पर नहीं देखना चाहिए.