इंजेक्शनों का घोटाला: बीकानेर में रेमेडिसिवियर इंजेक्शन की कालाबाजारी,6 मेडिकल फर्मो के खिलाफ मुकदमा दर्ज

एसओजी की रिपोर्ट में खुले कच्चे चिट्‌ठे: स्टॉकिस्ट ने सप्लाई किए 1400 रेमडेसिविर; ड्रग कंट्रोलर ने रिकॉर्ड में 890 ही बताए, 510 इंजेक्शन का घोटाला

रेमडेसिविर की किल्लत (फाइल फोटो)
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न्यूज हाईलाइट्स
स्टॉकिस्ट ने सप्लाई किए 1400 रेमडेसिविर;
ड्रग कंट्रोलर ने रिकॉर्ड में 890 ही बताए
510 इंजेक्शन का घोटाला

श्री डूंगरगढ़ न्यूज || पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की शुरुआती जांच में बीकानेर में कोरोना मरीजों को लगाए जाने वाले महंगे इंजेक्शन रेमडेसिविर की बड़े पैमाने पर कालाबाजारी और गड़बड़ियां सामने आई हैं। एक माह में ही 510 इंजेक्शनों का घोटाला हुआ है। बीकानेर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का पता चलने पर एसओजी की एक टीम बीकानेर आई और एक अप्रैल से तीन मई तक का पूरा रिकॉर्ड खंगाला।

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सहायक ड्रग कंट्रोलर ने बीकानेर और बीकानेर से बाहर 890 इंजेक्शन की सप्लाई का रिकॉर्ड दिया। जबकि, छह अधिकृत स्टॉकिस्ट ने 1400 इंजेक्शन सप्लाई किए। दोनों के रिकॉर्ड में 510 इंजेक्शन का घोटाला सामने आया। इसके अलावा कुछ अस्पतालों ने तो इंजेक्शन मिलने से ही इंकार कर दिया।

ये अस्पताल और डॉक्टर्स अधिकृत नहीं, फिर भी दिए इंजेक्शन
मारवाड़ हॉस्पिटल, श्रीराम हॉस्पिटल, पीटी कृष्णा हॉस्पिटल। इनके अलावा डॉ. अशोक गुप्ता, जेके पुरोहित, अजय गुप्ता, एमजी चौधरी, श्रेया जैन, अमित, गोपाल, विजय शांति बांठिया, दयाल शर्मा व अन्य।

अस्पताल अधिकृत पर वहां के डॉक्टर्स को दे दिए इंजेक्शन
जीवरक्षा अस्पताल कोविड-19 के लिए अधिकृत अस्पताल है। लेकिन, स्टॉकिस्ट ने अस्पताल के डॉक्टर धनपत डागा और विकास पारीक के नाम पर अलग से इंजेक्शन दिए।

बीकानेर से बाहर मेडिकल स्टोर पर भी हुई सप्लाई
नियम विरुद्व होने के बावजूद बीकानेर से बाहर मेडिकल स्टोर पर इंजेक्शन सप्लाई किए गए। जोधपुर में श्रीराम मेडिकल स्टोर और उदयपुर में बालाजी ड्रग हाउस को बिना निर्धारित प्रपत्र के इंजेक्शन दे दिए।

कोविड-19 के अधिकृत अस्पताल औऱ रेमडेसिविर इंजेक्शन के  अधिकृत स्टॉकिस्ट 

रेमडेसिविर इंजेक्शन के छह अधिकृत स्टॉकिस्ट कोविड-19 के अधिकृत अस्पताल
मित्तल ड्रग एजेंसी, मित्तल फार्मा,
मित्तल फार्मा कोठारी हॉस्पिटल
जिंदल मेडिकोज जीवन रक्षा हॉस्पिटल
राजेन्द्र मेडिकोज जीवन रक्षा हॉस्पिटल
तंवर मेडिकोज गोविन्दम
गौरव एजेंसी वरदान हॉस्पिटल
मित्तल फार्मा,

 

एसओजी ने ये गड़बड़ियां पकड़ी

बीकानेर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड पर स्टॉकिस्ट ने जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, श्रीगंगानगर, चूरू, झुंझुनूं, भिवानी, कोलकाता सहित अनेक जगह भेजे।
एसडीएमएच हॉस्पिटल जयपुर, महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल जयपुर ने कहा कि ना तो स्टॉकिस्ट को मांग पत्र भेजा और ना ही इंजेक्शन मिले।
झुंझुनूं के आरआर हॉस्पिटल ने दो इंजेक्शन मिलना बताया, जबकि स्टॉकिस्ट ने चार बताए।
स्टॉकिस्ट ने वरदात हॉस्पिटल को 15 इंजेक्शन देना बताया, जबकि हॉस्पिटल ने साफ इंकार कर दिया। एमएन अस्पताल को भी सात इंजेक्शन देना बताया, जबकि अस्पताल ले इंकार किया।

स्टॉकिस्ट ने अस्पतालों के नाम फर्जी बिल काटे।

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