जानिए बीकानेर में क्यों गिरी बिल्डिंग, पढ़िए पूरी कहानी

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श्री डूंगरगढ़ न्यूज़ गंगाशहर में जिस बिल्डिंग के गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई, उसका निर्माण इतनी जल्दबाजी में किया गया कि तीन में से दो मंजिल तो एक-दो दिन में ही बना दी गई। इसी का नतीजा है कि रविवार को यह बिल्डिंग भरभराकर गिर गई और इसमें काम करने वाले नौ मजदूर दब गए। दबे मजदूरों में से तीन की मौत हो गई।

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गंगाशहर में जैन कॉलेज के ठीक सामने गोपेश्वर बस्ती की ओर आने वाले मार्ग पर यह बिल्डिंग थी। आबकारी विभाग ने दो महीने पहले जब शराब की दुकानों के ठेके दिए तो यहां एक ही रात में अंडरग्राउंड का निर्माण कर दिया गया। अंडरग्राउंड के बाद ऊपरी मंजिल भी एक-दो दिन में बना दी गई। अंडर ग्राउंड में आरसीसी का उपयोग नहीं किया गया, लेकिन ऊपरी दो मंजिल आरसीसी से बनाई गई। ऐसे में अंडर ग्राउंड में लगी निर्माण सामग्री आरसीसी का भार सहन नहीं कर सकी।

पीबीएम अस्पताल में भर्ती एक घायल मजदूर।
पीबीएम अस्पताल में भर्ती एक घायल मजदूर।

घटिया निर्माण सामग्री

यहां पर घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया था। इंजीनियरिंग की दृष्टि से भी इस निर्माण में भारी खामियां सामने आई हैं। कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि परमिशन और निर्माण सहित सभी मुद्दों पर जांच की जाएगी। निर्माण सामग्री को लेकर स्थानीय निवासियों ने भी कलक्टर को शिकायत की थी।

अंडर ग्राउंड में चल रहा था काम

इस बिल्डिंग के अंडर ग्राउंड में ही पुट्‌टी का काम चल रहा था। तीन मजदूर चाय पीने के लिए बाहर आए थे। वो छपरे के नीचे बैठकर चाय पी रहे थे तभी यह बिल्डिंग गिर पड़ी। इन तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। एक मजदूर अंडर ग्राउंड में था, जिसे बाद में घायल अवस्था में बाहर निकाला गया। ऐसे में पांच घायलों में चुनीलाल पुत्र अमरचंद मेघवाल उम्र 28 वर्ष निवासी पुराना बस स्टैण्ड के आगे भीनासर, इरशाद पुत्र मो इकबाल उम्र 30 वर्ष कादरी कॉलोनी, छोटा रानीसर बास,फिरोज पुत्र महबूब अली उम्र 22 वर्ष कादरी कॉलोनी, अर्जुन पुत्र आसूराम उम्र 30 वर्ष कादरी कॉलोनी, मो रफीक बिहार निवासी हॉल घडसीसर घायल हुए हैं।

मौके पर जिला कलक्टर नमित मेहता, उप महापौर राजेंद्र गहलोत व अन्य।
मौके पर जिला कलक्टर नमित मेहता, उप महापौर राजेंद्र गहलोत व अन्य।

नगर निगम ने किया था आवंटन

नगर निगम मेयर सुशीला राजपुरोहित ने बताया कि यह जमीन कुछ साल पहले ही नगर निगम ने नीलामी में तरुण यादव को बेची थी। दुकान बनाने की परमिशन भी ली गई। अब यह जांच की जाएगी कि परमिशन के अनुसार ही निर्माण हुआ या नहीं। दरअसल, अंडरग्राउंड बनाने की परमिशन आमतौर पर नहीं दी जाती है।

सीसीटीवी में कैद हुई घटना

इस बिल्डिंग के गिरने की घटना पास ही लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। यह दो चरणों में गिरी। पहले पीछे की बिल्डिंग गिरी और बाद में आगे का हिस्सा नीचे आया। इस दौरान कई वाहन भी आसपास से गुजर रहे थे, गनीमत है वे चपेट में नहीं आए।

मौके पर मेयर सुशीला राजपुरोहित व भाजपा नेता।
मौके पर मेयर सुशीला राजपुरोहित व भाजपा नेता।

शराब की दुकान का हुआ विरोध

जिस शराब के ठेके के लिए इसका निर्माण किया गया था, उसका क्षेत्र के लोगों ने जमकर विरोध किया था। इसके बाद यह ठेका भी स्थगित हो गया था। अब यहां फिर से दुकानें खोलने के लिए तैयारी की जा रही थी।