पंजाब :-कोरोना महामारी के दौर में पंजाब के एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर ने मानवता को शर्मसार करने वाली हरकतों को अंजाम दिया. बठिंडा के सीआईए स्टाफ में तैनात सहायक पुलिस इंस्पेक्टर गुरविंदर सिंह की शर्मनाक हरकतें जब हद से ज्यादा बढ़ गई तो गांव वालों ने उसे ऐसा सबक सिखाया कि वह ताउम्र नहीं भूलेगा.
गांव वालों ने एक विधवा को ब्लैकमेल करके उसका शारीरिक शोषण कर रहे इस पुलिस वाले को आपत्तिजनक हालत में रंगे हाथ पकड़ कर पुलिस के हवाले किया कर दिया. पुलिस विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गुरविंदर सिंह को नौकरी से बर्खास्त कर दिया. बताया जा रहा है कि आरोपी ने पुलिस हिरासत में ही आत्महत्या करने की कोशिश भी की.
बठिंडा के एक गांव से पुलिस को दी गई शिकायत में सामने आया है कि गुरविंदर सिंह एक महिला के साथ शारीरिक संबंध बनाना चाहता था. यह महिला विधवा थी जो बड़ी मुश्किल से अपने 20 साल के बेटे को पाल रही है. गुरविंदर सिंह पिछले तीन महीने से इस महिला को तंग कर रहा था. जब महिला ने इस पुलिस वाले की बात नहीं मानी तो वह 6 मई को कुछ पुलिस वालों के साथ उसके घर में पहुंच गया और छापेमारी शुरू कर दी.
आरोप है कि गुरविंदर सिंह ने विधवा के 20 साल के बेटे पर अफीम तस्करी का झूठा मामला बनाकर उसे गिरफ्तार कर लिया. हैरानी की बात यह है कि महिला का बेटा कोविड-19 के लक्षणों की वजह से घर में आइसोलेशन में था. बेटे को छोड़ने की एवज में आरोपी गुरविंदर सिंह विधवा महिला से दो लाख रुपए की मांग करने लगा.आरोप है कि गुरविंदर एक दिन महिला के घर आया और मां की ओर से बेटे के इलाज के लिए जमा किए गए 60,000 रुपये छीन कर ले गया. साथ ही धमकी दी कि अगर बेटे को छुड़वाना है तो दो लाख रुपए का इंतजाम कर लो. पीड़ित महिला ने किसी तरह रिश्तेदारों से एक लाख रुपए मांग कर गुरविंदर सिंह को दे दिए. बावजूद इसके उसने लड़के को नहीं छोड़ा और उसके बाद महिला से शारीरिक संबंध बनाने की मांग करने लगा.
जब पानी सिर के ऊपर से गुजरने लगा तो महिला ने गांव वालों से मदद मांगी. महिला ने जब गांव वासियों को सारी कहानी बताई तो गांव के सरपंच ने उसके घर में खुफिया कैमरे लगा दिए ताकि आरोपी गुरविंदर सिंह को रंगे हाथ पकड़ कर उसे बेनकाब किया जा सके.