गर्भवती महिला को मारी लात और कपड़े फाड़े , जानें क्या हैं मामला

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श्री डूंगरगढ़ न्यूज़ : उदयपुर के खेरवाड़ा कस्बे में कुछ ऐसे बाहुबली हैं. जिन्होंने समाज के लोगों के साथ मिलकर ना सिर्फ एक परिवार के ढूंढोत्सव में खलल डाला. बल्कि उन पर हमला भी किया और परिवार में मेहमान बनकर आई गभर्वती को भी नहीं बख्शा और उसके पेट में लातें मार दी.

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आपको बता दें कि दीपिका भोई नाम की युवती ने कुछ समय पहले प्रेम विवाह किया था. यह विवाह कानूनन जायज था. लेकिन समाज के ठेकेदारों की नजरों में नाजायज. यही वजह रही कि दीपिका के ससुराल और पीहर पक्ष को समाज से बाहर कर दिया गया. ये तुगलकी फरमान तो दीपिका के पीहर और ससुराल वालों ने सह लिया लेकिन धुलण्डी पर्व पर आयोजित ढूंढोत्सव में कुछ लोग विवाद करते हुए हमला कर देंगे ये तो शायद ही किसी ने सोचा होगा.

परिवार हुए हमले के बाद पीड़ित परिवार ने खेरवाड़ा थाने में मुकदमा भी दर्ज करवाया लेकिन पुलिस पर दबाव बनाने के लिए समाज के मुखिया और सीएलजी सदस्य कालूराम राठौड़ के नेतृत्व में महिलाओं और पुरुषों के साथ थाने का घेराव कर दिया गया और उल्टा पुलिस पर ही सवाल उठाकर मामले को दबाने की कोशिश हुई. पीड़ित परिवार ने पूरी वारदात का वीडिओ बनाया था जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी. लेकिन अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

प्रियंका पीड़िता की गभर्वती मेहमान
पुलिस की एफआईआर में प्रार्थी दीपिका भोई ने चंदू पिता भंवरलाल, जयंती पिता भंवरलाल, कैलाश पिता मरताराम, प्रदीप पिता मरताराम, दिनेश पिता हरिलाल के अलावा कई लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि बेटी ढूंढाकर घर पंहुच रहे थे. तभी आरोपी घर के अंदर आ गए और हमारी औरतों की लाते घुसों से पिटाई की. हमलावरों ने मेरी सास और ननद प्रियंका के कपड़े फाड़ दिए और गभर्वती ननंद के पेट पर लातें भी मारी. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा तो दर्ज कर लिया और वीडियो के आधार पर जांच शुरू कर दी है लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई. पीड़ितों के मुताबिक समाज के मुखिया कालूराम का इलाके के बड़े लोगों से संपर्क है इस लिये गिरफ्तारी नहीं हो रही है